रोहित शर्मा के साथ खेली है यह महिला क्रिकेटर, लड़कों की टीम में बना ली थी जगह

भारत की महिला क्रिकेट टीम भले ही इंग्लैंड में हुआ आइसीसी वनडे विश्व कप नहीं जीत सकी, लेकिन इस टीम ने दिलों की जीतने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। अब इस टीम की सलामी बल्लेबाज पूनम राउत के बारे में एक मजेदार बात पता चली है। पूनम राउत अपने बचपन में टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा के साथ अभ्यास करती थीं।
इसके अलावा पूनम जब केवल 12 साल की थीं तब उनके साथ एक मजेदार घटना घटी थी। पूनम ने न केवल मुंबई क्रिकेट असोसिएशन के लड़कों के अंडर-14 समर कैंप ट्रायल में हिस्सा लिया था, बल्कि इस दौरान वह कई लड़कों को पछाड़ते हुए टीम में शामिल भी हो गई थी। हालांकि, बाद में उनके लड़की होने का पता चलने पर वह इस टीम में नहीं खेल सकीं।
दरअसल पूनम को ट्रायल में शामिल कोई मैच खिलाने के लिए नहीं, बल्कि उनकी प्रतिभा को जानने के लिए किया गया था। पूनम के कोच संजय गायतोंडे उनके खेल के अंदाज से काफी प्रभावित थे। उन्होंने पूनम को नहीं बताया कि यह कैंप केवल लड़कों के लिए ही है। गायतोंडे ने डीएनए को दिए इंटरव्यू में कहा है, ‘मैं उसकी प्रतिभा को परखना चाहता था और इसलिए मैंने उसे जाने के लिए कहा।’
उन्होंने आगे बताया कि पूनम वहां गई और लड़कों की लाइन में खड़ी हो गई। जब पूनम के खेलने की बारी आई तो उसने तत्कालीन चयनकर्ता अनिल मजूमदार को अपनी बल्लेबाजी से काफी प्रभावित किया। अनिल घरेलू क्रिकेट के दिग्गज बल्लेबाज अमोल मजूमदार के पिता हैं।
गायतोंडे ने बताया, ‘मजूमदार ने उसे बुलाया और उसका नाम पूछा। नाम सुनने के बाद वह हैरान रह गए और पूछा वह लड़कों के कैंप में क्या कर रही है?’ उन्होंने कहा कि जब मजूमदार ने मुझसे इस बारे में पूछा तो मैंने कहा कि मैं बस इस लड़की के हुनर को परखना चाहता था और पूनम ने इस टेस्ट में खुद को साबित कर दिया था।’
आपको बताते चलें कि टीम इंडिया की अहम सदस्य पूनम के पिता एक ड्राइवर हैं। मुंबई में रहने वाले गायतोंडे ने कहा कि पूनम को गेंद की अच्छी समझ थी। इसलिए मैंने उसे सिखाने का फैसला किया। मजूमदार ने बताया कि इससे पहले उन्होंने किसी भी लड़की को ट्रेनिंग नहीं दी थी।
उन्होंने कहा, ‘बचपन में पूनम रोहित शर्मा के साथ प्रैक्टिस करती थीं। दोनों मुंबई के बोरिवली इलाके में रहते थे। चूंकि वह अकादमी में अकेली लड़की थी इसलिए मैं रोहित जैसे लड़कों के साथ प्रैक्टिस करवाता था। रोहित 12 साल के थे और पूनम 10 साल की थीं।’ गायतोंडे ने कहा कि वह हमेशा से अच्छी बल्लेबाज और ऑफ स्पिनर थीं। उम्मीद है कि पूनम आने वाले दिनों में भारतीय महिला क्रिकेट टीम के स्वर्णिम सफर में अपना योगदान देती रहेगी।