गायत्री प्रजापति को जमानत देने के लिए 10 करोड़ में हुआ था सौदा

लखनऊ (जेएनएन)। सपा नेता और पूर्व मंत्री रहे गायत्री प्रजापति विधानसभा चुनावों में एक रेप केस को लेकर चर्चाओं में थे। इस केस में उनकों जेल की हवा भी खानी भी पड़ी थी, इसके बाद उनकों कुछ समय पहले इस केस में कोर्ट की और जमानत भी मिल गई। लेकिन अब जमानत का मामला तूल पकड़ गया है।
गायत्री प्रजापति की जमानत को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट की रिपोर्ट सामने आई है जिसमें यह दावा किया गया है। इस जांच रिपोर्ट में कहा गया है की इस जमानत के लिए 10 करोड़ रुपए की रिश्वत दी गई थी, और इस पूरी डील में एक बड़ा जज भी शामिल हैं।
दरअसल प्रजापति को मामले में जमानत मिलने के बाद विवाद शुरू हो गया था और इसके चलते अदालत ने इसकी जांच के आदेश दिए थे। रिपोर्ट में बेहद संवेदनशील मामलो की सुनवाई करने वाली अदालतों के जजों द्वारा भ्रष्टाचार किए जाने की की बात भी कही गई है। इसमें रिपोर्ट में गायत्री प्रजापति को जमानत देने वाले जज ओपी मिश्रा की पॉस्को जज के रूप में तैनाती पर सवाल उठाया गया है।
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रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि जमानत देने के बदले 10 करोड़ रुपये का लेनदेन किया गया था। इस रकम में से पांच करोड़ रुपये उन तीन वकीलों को दिए गए जो मामले में बिचौलिए की भूमिका निभा रहे थे। बाकी के पांच करोड़ रुपये पोक्सो जज ओपी मिश्रा और उनकी पोस्टिंग संवेदनशील मामलों की सुनवाई करने वाली कोर्ट में करने वाले जिला जज राजेंद्र सिंह को दिए गए थे।