कुछ ही घंटों में कतर पर ट्रंप ने बदला अपना स्टैंड, कुवैत भी कर रहा है सुलह करवाने की कोशिश

वाइट हाउस के प्रेस सेक्रटरी सीन स्पाइसर का कहना है कि राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के ट्वीट्स को अमेरिका की आधिकारिक लाइन माना जाना चाहिए। इस तरह से देखें, तो खाड़ी क्षेत्र के मौजूदा संकट में ट्रंप ने ट्वीट कर सऊदी के साथ खड़े होने का स्पष्ट संकेत दिया। लेकिन कुछ ही घंटों के अंदर ट्रंप का सुर बदल गया। सोमवार को जब सऊदी, UAE, मिस्र और बहरीन ने कतर पर आतंकवाद को मदद देने का आरोप लगाते हुए उसके साथ अपने कूटनीतिक और आर्थिक संबंध तोड़ने का ऐलान किया, तब इस घटनाक्रम पर कुछ ट्वीट करते हुए ट्रंप ने सऊदी के फैसले का समर्थन किया। इन ट्वीट्स के कुछ ही घंटे बाद अपने रुख को पूरी तरह बदलते हुए ट्रंप ने खाड़ी देशों से एकता बनाए रखने की अपील की। इस पूरे मामले पर ट्रंप का रुख बहुत जल्दी बदलता दिख रहा है। ट्रंप ने मंगलवार को सऊदी के सुल्तान सलमान से फोन पर बातचीत की। उनके ट्वीट्स की भाषा और फोन पर की गई बातचीत का स्टैंड एक-दूसरे से बिल्कुल अलग था।

कुछ ही घंटों में पूरी तरह बदल गया डॉनल्ड ट्रंप का रुख
इस फोन कॉल के बारे में वाइट हाउस ने बताया, ‘राष्ट्रपति ट्रंप ने इस बात पर जोर दिया कि पूरे अरब क्षेत्र की स्थिरता बनाए रखने और आतंकवाद को हराने के लिए एक संगठित गल्फ कॉर्पोरेशन काउंसिल (GCC) का होना बेहद जरूरी है। राष्ट्रपति ट्रंप और किंग सलमान ने आतंकी संगठनों को मिल रही आर्थिक फंडिंग रोकने और पूरे अरब क्षेत्र में किसी भी देश द्वारा कट्टरपंथ को बढ़ावा न दिए जाने के लक्ष्य को साकार करने पर भी बातचीत की।’ जाहिर है कि इस पूरे मामले पर ट्रंप के रुख में एक ही दिन के अंदर काफी बदलावा आया है। उधर, कुवैत के शाह इस पूरे मामले का समाधान निकालने और संकट खत्म करने के लिए सऊदी के सुल्तान से मुलाकात करने रियाद पहुंच गए हैं। मालूम हो कि GCC में सऊदी अरब और कतर के अलावा कुवैत, ओमान, बहरीन और UAE भी हैं।