जमीन पर बिछे मिले एक अरब के नोट, नहीं कर सकते खर्च
सड़क पर अगर एक भी नोट गिरा हुआ मिलता है तो हम उसे उठाने में जरा सी भी देर नहीं करते, सोचिए अगर आपको सड़क पर अरबों रुपए बिछे हुए मिल जाएं तो। शायद आप ये ही नहीं साचे पाएंगे कि इतने सारे रुपयों को अपने साथ कैसे लेकर जाएं। हाल ही रूस के सेंट पीटर्सबर्ड में एक समूह को एक दलदली उजाड़ जगह पर एक अरब रूबल के नोट मिले।
वर्तमान एक्सचेंज रेट के अनुसार इन नोटों की भारतीय मुद्रा में कीमत 113 करोड़ रुपए बनती है, लेकिन खोजने वालों को इन नोटों को खर्च करने की अनुमति नहीं है। पूर्व सोवियत संघ के दौर के ये नोट अब ये चलन से बाहर हो चुके हैं। यह जगह राजधानी मॉस्को से 160 किलोमीटर दूर, व्लादिमीर क्षेत्र में है। यह एक पुरानी खदान है, जहां सोवियत संघ के दौर में मिसाइलें रखी जाती थीं। ग्रुप ने अफवाह सुनी थी कि उस इलाके में काफी पैसा दबा है, इसलिए वह वहां खोजबीन के लिए गया था।
यह जानकारी सामने आते ही देशभर के मीडिया में चर्चाएं होने लगीं। पुरातत्व विभाग के अफसरों ने जांच करने के बाद बताया कि वे नोट सोवियत संघ के दौर के हैं। उन्हें वर्ष 1961 से 1991 के बीच जारी किया गया था। हालांकि, अब उन नोटों की कोई कीमत नहीं है। ये लगभग एक अरब रूबल के नोट हैं। कुछ विशेषज्ञों ने बताया कि ये नोट जिस जगह पर मिले हैं, वहां कभी मिसाइलें रखी जाती थीं। हालांकि, अब उस जगह की पहचान खदान के तौर पर है। एक अनुमान यह भी है कि कुछ वर्ष पहले वहां बाढ़ आई थी, उसी में ये नोट बहकर खदान तक पहुंच गए होंगे।
स्थानीय लोगों ने बताया कि जिस खदान के पास नोट मिले हैं, वहां आसपास कोई रहने की हिम्मत नहीं करता। उस जगह पर कभी सोवियत संघ का बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम चलता था। उसके कारण पूरा क्षेत्र रेडिएशन से प्रभावित है। एक अफसर ने बताया कि सोवियत दौर में 100 रुबल वाला वेतन भी बहुत अच्छा समझा जाता था। तब इतने नोट किसके पास रहे और उन्हें इस तरह क्यों छोड़ दिया गया, यह कोई नहीं जानता।