डोका ला विवाद: ढाई महीने बाद पीछे हटा चीन, पढ़ें कब-कब क्या हुआ

चीन और भूटान के बीच विवादित क्षेत्र डोका ला भारत के लिए सामरिक रूप से बेहद अहम है। यह शेष भारत को पूर्वोत्तर क्षेत्र से जोड़ने वाले गलियारे के निकट है। चीन ने इस क्षेत्र में सड़क निर्माण की कोशिश की, जिसका भूटान ने विरोध किया था। भूटान की मदद के लिए भारतीय सेना को आगे आना पड़ा और यहां करीब 74 दिनों तक चीनी सेना से टकराव बना रहा।
तनाव और बयानबाजी
16 जून, 2017 – भूटान ने डोका ला में चीनी सैनिकों को सड़क निर्माण से रोका। भारतीय सैनिक भी भी मदद को पहुंचे।
27 जून, 2017 – चीन ने भारतीय सेना पर सड़क निर्माण में बाधा डालने और उसके क्षेत्र में घुसपैठ करने का आरोप लगाया
29 जून, 2017 – चीन ने भारत को 1962 के युद्ध की याद दिलाई और भारत को विवाद से दूर रहने के लिए कहा
30 जून, 2017 – रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने कहा, 2017 का भारत 1962 से अलग। चीन ने नाथू ला से कैलाशमानसरोवर यात्रा रोकी।
गीदड़ भभकी देता रहा
6 जुलाई : चीन ने भारत पर पंचशील समझौते और 1890 की संधि से पीछे हटने का आरोप लगाया।
7 जुलाई : जी-20 समिट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति शी जिनपिंग की अनौपचारिक भेंट।
19 जुलाई: चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा, उसकी सेना कश्मीर और लद्दाख में घुसी तो क्या होगा।
सेना की आक्रामक गतिविधियां
1 अगस्त : उत्तराखंड के बड़ाहोती में चीनी सैनिकों की घुसपैठ। चीनी सैनिकों ने मवेशी चरा रहे लोगों को धमकाया।
10 अगस्त : चीनी सेना के करीब 800 जवान डोका ला पहुंचे। सीमावर्ती गांव खाली कराने की तैयारी शुरू की।
17 अगस्त : लद्दाख की पैंगोंग झील में चीनी सैनिकों की घुसपैठ। भारत के मुंहतोड़ जवाब पर चीनी सैनिकों ने पत्थरबाजी की।
21 अगस्त : चीन सेना की एक यूनिट ने सीमा से कुछ दूरी पर टैंकों और हेलीकॉप्टर के साथ युद्धाभ्यास किया।
आमने-सामने
चीन का दावा : चीन ने विवादित स्थल को अपना बताया है। उसका कहना है कि भारत ने वहां निर्माण रुकवाकर उसकी संप्रभुता पर सवाल उठाया है।
भारतीय पक्ष : चीन ने जब सड़क बनाना शुरू किया, तो भूटान ने भारतीय सेना से मदद मांगी। डोका ला भूटान का हिस्सा है। भूटान से रक्षा संधि है, इसलिए भारत ने अपना फर्ज निभाया।
विवाद के असर
रेशम के आयात पर असर से सिल्क कारोबारियों और श्रमिकों को दिक्कतें झेलनी पड़ीं।
कैलाश मानसरोवर यात्रा पर असर पड़ा। नाथू ला से होने वाली यात्रा बीच में रोक दी गई।
एनएसजी सदस्यता और मसूद अजहर को आतंकी घोषित करने के मुद्दे पर बातचीत अटकी।
चीन से बढ़ते व्यापार घाटे और चीनी माल भारत में डंप होने को लेकर गंभीर हुई सरकार।
भारत को मिला बड़े देशों का साथ
अमेरिका
अमेरिका ने कहा कि तीनों देशों की सीमाओं के तिराहे पर यथास्थिति बहाल की जाय। इस तरह से उसने चीन के सड़क निर्माण का विरोध किया।
जापान
जापान डोका ला विवाद पर खुलकर भारत के पक्ष आया। चीन की धमकियों पर भारत में जापान के राजदूत ने कहा था कि किसी को भी बल प्रयोग कर यथास्थिति को नहीं बदलना चाहिए।
भूटान भी डिगा नहीं
चीन ने झूठ फैलाया कि भूटान ने डोका ला को चीन का हिस्सा मान लिया है। लेकिन भूटान के विदेश मंत्रालय ने तुरंत कहा कि यह सड़क का निर्माण संधियों का खुला उल्लंघन है।
नेपाल चीन के बहकावे में नहीं आया
नेपाल के उप प्रधानमंत्री कृष्ण बहादुर महारा ने कहा था कि सीमा विवाद पर नेपाल न ही इस पक्ष रहेगा और न ही उस पक्ष। भारत और चीन शांतिपूर्ण तरीके से हल खोजें।
पाक की साजिश बेनकाब हुई
18 जुलाई को पाक मीडिया ने दावा कर दिया कि चीनी सेना ने डोका ला में आक्रमण कर 158 भारतीय सैनिकों को मार दिया। इस झूठी खबर से पाक बेनकाब हुआ।