15 दिन में लागू करें एनसीईआरटी की किताबें, वर्ना 144 की कार्रवाई
भोपाल. 15 दिन के अंदर एनसीईआरटी की ही किताबें सीबीएसई के स्कूलों में लागू होंगी। प्राइवेट पब्लिशर्स की कोई किताब कोर्स में नहीं चलेगी। वर्ना स्कूल प्रबंधन के खिलाफ धारा 144 के तहत कार्रवाई की जाएगी। क्लास 4 से 7 तक के बुक्स के रेट भी 415 रहेंगे। एडीएम रत्नाकर झा ने प्रशासन का रुख साफ किया तो बैठक में मौजूद स्कूल प्रबंधन के लोगों में सन्नाटा पसर गया। अभिभावकों ने मौके पर ही स्कूल प्रबंधन के जिम्मेदारों से इसके लिए हामी भरवाना चाही, लेकिन उन्होंने कुछ नहीं कहा। एक दूसरे की शक्ल देखते रहे।
स्कूल किताबों और यूनिफॉर्म के मामले में स्कूलों की साठगांठ से लुट रहे अभिभावकों को बचाने के लिए जिला पंचायत में आयोजित की गई बैठक में प्रशासन का रुख साफ होते ही स्कूल प्रबंधन से जुड़े लोगों के चेहरे से हवाइयां उड़ गईं।
सवालों का जवाब नहीं दे सके
अभिभावकों की तरफ से जब सवाल किया तो स्कूल प्रबंधन के लोग जवाब नहीं दे सके। किसी ने एक किताब, किसी ने दो या तीन बुक्स ही चलाने की बात कही।
सब्जेक्ट की छह किताब किसी स्कूल प्रबंधन ने चलाना नहीं स्वीकारा। जबकि एचआरडी मिनिस्ट्री की तरफ से साफ है कि सीबीएसई के स्कूलों में एनसीईआरटी की बुक्स ही चलेंगी।
बोर्डों पर प्राइवेट पब्लिशर्स की ज्यादा किताबें
स्कूलों में बोर्ड पर कोर्स की किताबों की जो सूची चस्पा है उसमें प्राइवेट पब्लिशर की किताबें ज्यादा है। एनसीईआरटी की एक या दो किताबें ही हैं। स्कूल प्रबंधन के लोगों से साफ कहा कि वे एनसीईआरटी बुक्स शामिल कर उसकी सूची चस्पा करें और इसकी कॉपी जिला शिक्षा अधिकारी के यहां और प्रशासन को उपलब्ध कराएं।
किताब ही नहीं कॉपियों से भी छापे जा रहे नोट
भोपाल. किताब माफिया और स्कूल संचालकों की साठगांठ इतनी गहरी हो चुकी है कि प्रशासन और अभिभावक चाहकर भी इसे नहीं तोड़ पा रहे हैं। किताब माफिया ने किताबों में मिलने वाले कमीशन के साथ ही अब कॉपियों पर भी मुनाफा कमाना शुरू कर दिया है। कुछ स्कूलों ने कॉपियों पर अपने नाम ही प्रकाशित करा दिए हैं। जबकि, कुछ ने कॉपियों के आकार और उनमें पन्नों की संख्या अपने हिसाब से तय कर दी है। एेसे में अभिभावकों को किताबों के साथ ही कॉपियां भी स्कूलों की ओर से तय की गई दुकान पर ही मिल रही हैं।
बुक्स एंड बुक्स पर होगी कार्रवाई
तीन दिन पहले अभिभावकों ने शिकायत की थी कि एमपी नगर स्थित बुक्स एंड बुक्स पर एक किताब मांगी तो कोर्स का पूरा बंडल रख दिया, एक किताब नहीं दी। किताबों के रेट भी मिटाकर ज्यादा डाले गए हैं। एडीएम रत्नाकर झा ने इस मामले में खुद मौके पर जाकर जांच की तो शिकायत सही मिली। उन्होंने बैठक में बताया कि दुकानदार पर जल्द की कार्रवाई की जाएगी। एफआईआर भी हो सकती है।
कलेक्टर के आदेश का उल्लंघन
एनसीईआरटी की किताबों को लेकर कलेक्टर निशांत वरवड़े ने आदेश जारी किया है कि सीबीएसई के स्कूल एचआरडी मिनिस्ट्री के नियमों का पालन करते हुए एनसीईआरटी की किताबें ही चलाएंगे। जो कीमत और वजन में कम हैं। इसके बावजूद बाजार में प्राइवेट पब्लिशर्स सक्रिय हैं। ये बात भी बैठक में उठी तो एसडीएम ने कहा कि 15 दिन का समय है, इसके बाद कार्रवाई की जाएगी।