MP के इस शहर के सभी बैंक हुए ‘कंगाल’, 15 से दिन एटीएम में भी खाली

भोपाल। नोटबंदी के बाद बैंकों में कैश की समस्या आम हो गई थी। कैश न होने से लोगों के आम जनजीवन पर काफी बुरा प्रभाव पड़ा था और लोग कम से कम नकद भुगतान कर अपना काम चला रहे थे।

पर, आप ये जानकर हैरान हो जाएंगे कि नोटबंदी के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया भले ही ये कहें कि नकदी की कमी अब खत्म हो गई तो ये बात पूरी तरह सही नहीं होगी, क्योंकि मध्यप्रदेश में एक ऐसा बैंक है जहां पिछले 15 दिन से कैश नहीं है।

इस बैंक की शाखा से लेन-देन करने वाले हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं और खाने-पीने के सामान पर खर्च करने के लिए भी उनके पास नकद नहीं बचा है। आइए हम बताते हैं इस बैंक की पूरी कहानी…

होली से पहले आए थे रुपए
मध्यप्रदेश के भोपाल संभाग में पडऩे वाले राजगढ़ शहर में लगभग सभी बैंकों की शाखाएं कैश से नदारद हैं। यहां न तो एटीएम में कैश है और न ही बैंकों में। लोगों ने बताया कि रिजर्व बैंक से कैश नहीं आने के कारण दर्जनों बैंकों में कैश की किल्लत हो गई। पिछले एक पखवाड़े से जिले में कैश नहीं आ रहा। होली से पहले महज दस करोड़ रुपए रिजर्व बैंक द्वारा भेजे गए, लेकिन यह एक दिन में ही बट गए। ऐसे में अधिकांश बैंकों के सामने कैश नहीं होने के बोर्ड लगे हुए हैं। इससे बैंक उपभोक्ता बैरंग लौट रहे हैं।

इयलिए गड़बड़ हो गई स्थिति
हाल ही में 240 करोड़ रुपए की बीमा राशि बांटने और प्रधानमंत्री आवास योजना की रकम जारी करने के बाद से स्थिति और गड़बड़ हो गई। रबी फसल की मंडी में आवक है। ऐसे में किसानों को बैंक कैश नहीं दे पाएंगे। यह हालात समय पर रिजर्व बैंक से कैश डिलेवरी नहीं हो पाने से बन रहे हैं। इससे जिले के दस लाख से अधिक बैंक ग्राहक भी प्रभावित हैं। कैश नहीं मिलने से लोगों के कई काम अटक गए हैं।