1500 करोड़ के सालाना नुकसान में है Paytm, जानिए क्या है फ्यूचर प्लान

जबर्दस्त यूजर बेस, देश की सबसे बड़ी डिजिटल कंपनी, रेहड़ी पटरी से लेकर रिक्शे वाले तक पेटीएम का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसके बावजूद कंपनी करीब 1500 करोड़ रुपए के सालाना नुकसान में है। पत्रिका के प्रीतेश गुप्ता के साथ खास बातचीत में पेटीएम के फाउंडर विजय शेखर शर्मा ने बताई नुकसान की वजह और कंपनी की फ्यूचर प्लानिंग…

कंपनी को प्रॉफिट मेकिंग बनाने के लिए कोई प्लानिंग?
देखिए, दो तरह की टेक्नोलॉजी कंपनियां होती हैं। ट्रेंड बनाने वाली और बने हुए ट्रेंड पर चलने वाली। जो ट्रेंड बनाते हैं उन्हें इन्फ्रास्ट्रक्चर में बहुत निवेश करना पड़ता है। हम मोबाइल पेमेंट का ट्रेंड बना रहे हैं। इसके लिए उपभोक्ताओं, कारोबारियों, ट्रेनिंग, सिस्टम, टेक्नोलॉजी, एक्सपीरिमेंट सब पर खूब खर्च करना पड़ता है। आप गूगल, माइक्रोसॉफ्ट या फेसबुक जैसी कंपनियों का उदाहरण देखिए सभी ने पहले इन्फ्रास्ट्रक्चर पर खूब खर्च किया। शुरुआती 3-4 सालों में सब नुकसान में रहीं, इसके बाद जाकर मुनाफा कमाया।

पेटीएम से मुनाफे की उम्मीद कितने सालों में करते हैं?
अभी कम से कम 2-3 साल तक तो नुकसान इसी रेंज में रहेगा और बढ़ जाएगा लेकिन बहुत ज्यादा कम नहीं होगा। दो-तीन सालों में नुकसान कम होने की उम्मीद है। फिर धीरे-धीरे मुनाफे की ओर बढ़ेगी।
विदेशी कंपनियां भारत में बिजनेस कर रही हैं। आपका ओवरसीज बिजनेस को लेकर कोई प्लान?
पेटीएम को हम एक ऐसी कंपनी बनाना चाहते हैं जो भारत में सफलता के बाद विदेशों में जाकर भी काम करे, जिससे देश का नाम रोशन हो। ये निजी तौर पर मेरा लक्ष्य, सपना और मेरी महत्वाकांक्षा है कि यहां से मार्केट को समझकर फिर जापान और अमरीका जैसे बड़े-बड़े देशों में लेकर जाऊं और पेटीएम को ग्लोबल कंपनी बनाऊं। दो से तीन सालों में इस सपने के साकार होने की उम्मीद है। 2017 में हम भारत में ही काम करेंगे और 2018 से बाहर कदम रखना शुरू करेंगे।

आगे क्या बड़ी योजनाएं हैं?
120 करोड़ लोगों के देश में से पेटीएम के पास सिर्फ 17 करोड़ यूजर हैं, फिलहाल बहुत छोटे ग्राहक वर्ग से जुड़े हैं। लेकिन हम मानते हैं आने वाले दौर में टेक्नोलॉजी ही सबसे अहम रहेगी और सभी इसका इस्तेमाल करेंगे। इसमें ग्राहक और दुकानदार सभी वर्ग शामिल होंगे। हर दिन हमें 10 नई चीजें समझ में आती हैं कि कोई चीज कैसे सही तरीके से करनी चाहिए? हर दिन सीखते हैं कि कैसे सही लैंग्वेज में लिखें ताकि ज्यादा से ज्यादा डिजिटल पेमेंट से जुड़ें।