मंत्री पंकजा मुंडे का एलान, रेप विक्टिम को मिलेगी 10 लाख रुपए की मदद
मुंबई. राज्य में मनोधैर्य योजना के तहत रेप पीड़ित महिलाओं और लड़कियों को अब दस लाख रुपए की आर्थिक सहायती दी जाएगी। शुक्रवार को विधान परिषद में प्रदेश की महिला व बाल विकास मंत्री पंकजा मुंडे ने मुआवजे की राशि बढ़ाने की घोषणा की। राज्य में रेप व बालकों के यौन उत्पीड़न के मामले में 2 लाख रुपए और विशेष मामले में 3 लाख रुपए की मदद दी जाती है।
पंकजा ने कहा कि राज्य सरकार मनोधैर्य योजना को नए स्वरूप में लाएगी। इस योजना का दायरा बढ़ाया जाएगा। योजना का स्वरूप तैयार करने के लिए विधानमंडल के दोनों सदनों के महिला विधायकों की मदद ली जाएगी। सदन में कांग्रेस सदस्य हुस्नबानू खलिफे ने रेप पीड़िताओं को दस लाख रुपए देने संबंधी मुद्दा उठाया था।
उन्होंने कहा कि बॉम्बे हाईकोर्ट ने सरकार को गोवा की तर्ज पर दस लाख रुपए देने के आदेश दिए हैं। अदालत ने सरकार पर कड़ी टिप्पणी भी की है। इस पर पंकजा ने कहा कि राज्य सरकार पहले ही इस योजना को व्यापक स्वरूप देने पर विचार कर रही है। हाईकोर्ट ने भी आदेश दिया है, इसलिए सभी के विचारों को ध्यान में रखते हुए योजना को और सक्षम बनाया जाएगा। इससे अधिक से अधिक महिलाओं को मदद मिल सकेगी। पंकजा ने बताया कि राज्य में मनोधैर्य योजना के तहत 137 मामले निधि के अभाव में प्रलंबित हैं।
राणे उठे तब बनी बात
सदन में मंत्री पंकजा बार-बार कह रही थीं कि मुआवजा राशि बढ़ाने का प्रस्ताव राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में ले जाया जाएगा, क्योंकि इससे सरकारी खजाने पर आर्थिक भार पड़ेगा। इसी बीच कांग्रेस के सदस्य नारायण राणे ने पंकजा से कहा कि आप महिला हैं। राज्य मंत्रिमंडल में आपकी बड़ी हैसियत है। यदि आप अभी मुआवजा 10 लाख रुपए देने घोषणा कर देंगी तो महिलाओं को न्याय मिलेगा और इतिहास में आपका नाम लिखा जाएगा। इसके बाद पंकजा ने कहा कि राणे जी आपके मन में जो वही मेरे मन में है, लेकिन आर्थिक मामला होने के कारण मुझे मंत्रिमंडल के पास प्रस्ताव ले जाना पड़ेगा।
इस दौरान पंकजा सदन के नेता व राजस्व मंत्री चंद्रकांत पाटील की ओर देख रही थीं। पाटील ने इशारों में कहा कि घोषणा कर दीजिए। इसके बाद पंकजा ने कहा कि मैं आज्ञाकारी मंत्री हूं। इसलिए बिना वरिष्ठों कि अनुमति के इतनी बड़ी घोषणा कैसे कर सकती हूं। इसके बाद पंकजा ने एलान कर दिया।