कोच कुंबले बोले, ये चूक न करती टीम इंडिया तो नहीं होती हार
बेंगलुरू : टीम इंडिया सीरीज का पहला मैच 333 रनों से हार चुकी है। अब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम इंडिया शनिवार को बेंगलुरू के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में दूसरा टेस्ट मैच खेलने के लिए उतरेगी और जीत के लिए जी-जान लगा देगी, लेकिन लगता है कि टीम इंडिया के कोच अनिल कुंबले के मन से पुणे मैच की हार की टीस अभी निकल नहीं पाई है।
टीम के मुख्य कोच अनिल कुंबले ने कहा है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पुणे टेस्ट में भारतीय टीम अपनी क्षमता के अनुरुप नहीं खेली और इसी कारण उसे मेहमानों ने 333 रनों से करारी शिकस्त दी। कुंबले ने कहा कि टीम हालात से तालमेल नहीं बिठा पाई, जिसका नतीजा उसे हार के रूप में भुगतना पड़ा।
गौरतलब है कि पुणे टेस्ट तीन दिन में ही समाप्त हो गया था, जिसमें ऑस्ट्रेलिया के बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज स्टीव ओकीफ ने 12 विकेट लिए थे। कुंबले ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “पुणे में जो हुआ वह अब अतीत है। मेरा मानना है कि हम उस मैच में अपनी क्षमता के मुताबिक खेल नहीं सके। टीम ने हालात को समझा नहीं। हर मैच में हमें हालात के साथ तालमेल बिठाना होगा।”
कुंबले ने कहा, “जीत की राह पर लौटने के लिए अब हम दूसरे मैच पर ध्यान दे रहे हैं। वह टीम की असफलता थी जिसके लिए हम किसी एक शख्स पर उंगली नहीं उठा सकते।” उन्होंने कहा, “हम अगले मैच में अपनी क्षमता के साथ खेलते हुए वापसी करना चाहेंगे। मैंने पहले भी कहा है कि अगर हम हर दिन ऐसा करेंगे तो परिणाम हमारे पक्ष में आएंगे।”
पूर्व कप्तान ने कहा कि मैच के दौरान कई करीबी फैसले आए, लेकिन निर्णय समीक्षा प्रणाली (डीआरएस) को कठघरे में खड़ा करना जल्दबाजी होगी। भारत ने गेंदबाजी के दौरान अपने सभी रिव्यू बेकार कर दिए थे। बल्लेबाजी के दौरान भी भारतीय टीम सिर्फ एक फैसला ही अपने पक्ष में मोड़ने में कामयाब रही थी।
कुंबले ने कहा, “मैं नहीं समझता की हमने गलती की। हमने इंग्लैंड और बांग्लादेश सीरीज की अपेक्षा पिछले मैच में अच्छा किया। वह फैसले वाकई करीबी थे। मैं नहीं समझता की हमें इसे लेकर चिंता करने की जरुरत है।” कुंबले ने साफ कर दिया है कि अगले मैच में अजिंक्य रहाणे प्लेइंग इलेवन का हिस्सा रहेंगे।