अयोध्या में ढांचा ध्वंस मामले में मोदी सरकार पर भड़के तोगडि़या
अयोध्या। विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष डॉ. प्रवीण तोगडि़या ने बुधवार को केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने अयोध्या में ढांचा ध्वंस मामले में वरिष्ठ भाजपा नेताओं को साजिशकर्ता बताए जाने पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि सीबीआइ केंद्र सरकार के अधीन काम करती है। केंद्र व भाजपा की राज्य सरकारों के हाल के रुख पर भड़के तोगडि़या ने कहा कि राम जन्मभूमि पर मंदिर और देश में रामराज्य चाहिए।
रामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष एवं शीर्ष पीठ मणिरामदास जी की छावनी के महंत नृत्य गोपालदास के 79वें जन्मोत्सव के अंतिम दिन आयोजित संत सम्मेलन में भगवा सियासत गर्म रही। इस दौरान जुटे संतों के बीच तोगडि़या ने कहा कि यह आश्चर्य का विषय है कि मौजूदा केंद्र सरकार के अधीन काम करने वाली सीबीआइ ने अपने आरोपपत्र में ढांचा ध्वंस को आडवाणी, वेदांती, ऋतंभरा, विनय कटियार जैसे मंदिर आंदोलन के नायकों की साजिश बताया है।
सीबीआइ न्यायालय में एडीशनल चार्जशीट प्रस्तुत कर यह बताए कि ध्वंस में मंदिर आंदोलन से जुड़े नेताओं की कोई साजिश नहीं थी। ध्वंस की साजिश में यदि कोई हिंदू नेता जेल गया, तो माना जाएगा कि देश में एक भी हिंदू सुरक्षित नहीं है। उन्होंने कहा कि कश्मीरी अलगाववादियों पर रबर की गोली दागने में संकोच किया जा रहा है और किसानों पर जान लेने वाली गोली चलाई जा रही है। इस विसंगति पर विराम लगना चाहिए और किसानों को कर्जमुक्त करना होगा, तभी माना जाएगा कि देश में रामराज्य आ रहा है।
रामजन्मभूमि न्यास के सदस्य एवं पूर्व सांसद डॉ. रामविलासदास वेदांती ने कहा, मोदी को सत्ता इसलिए मिली कि अयोध्या में राम मंदिर बने। संत सम्मेलन का संचालन रामकुंज के महंत डॉ. रामानंददास ने किया व अध्यक्षता जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद ने की। इस दौरान भाजपा के प्रमुख नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी, पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री स्वामी चिन्मयानंद, विदुषी ऋतंभरा, रसिक पीठाधीश्वर महंत जन्मेजयशरण, अयोध्या संत समिति के अध्यक्ष महंत कन्हैयादास, रामायणी रामशरणदास, मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री व बजरंगदल के पूर्व राष्ट्रीय संयोजक जयभान ङ्क्षसह पवैया ने भी विचार रखे।