विराट कोहली ने BCCI अवॉर्ड लेने के बाद आलोचकों और उनसे नफरत करने वालों को इस तरह निशाने पर लिया…
टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली और स्टार स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को 2015-16 के सत्र में उनके शानदार प्रदर्शन के लिए बीसीसीआई अवार्ड्स नाइट-2017 में बुधवार को सम्मानित किया गया. कोहली को सर्वश्रेष्ठ अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी के लिए पाली उमरीगर पुरस्कार मिला. वह यह पुरस्कार तीसरी बार हासिल करने वाले पहले खिलाड़ी बन गए हैं. अश्विन को वेस्टइंडीज में 2016 के प्रदर्शन के लिए सीके नायुडु पुरस्कार मिला. विराट कोहली ने सम्मान मिलने पर खुशी जाहिर करते हुए बताया कि वह शुरुआती दिनों से ही सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर बनने का उद्देश्य लेकर चल रहे थे. उनके अनुसार वह यह भलीभांति जानते थे कि उन्हें अपना सपना साकार करने के लिए खेल के सभी तीनों प्रारूपों में लगातार अच्छा प्रदर्शन करना होगा. हालांकि उन्होंने उन आलोचकों को भी निशाने पर लिया, जिन्हें उनकी क्षमताओं पर संदेह था. आइए जानते हैं कि उन्होंने और क्या कहा…
विराट कोहली की मानें तो उन्हें हमेशा ही अपनी क्षमताओं पर भरोसा रहा है. कोहली ने बीसीसीआई के वर्ष के सर्वश्रेष्ठ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर के लिए पाली उमरीगर पुरस्कार जीतने के बाद कहा कि वह हमेशा ही दुनिया के शीर्ष खिलाड़ियों में से एक बनना चाहते थे.
उन्होंने कहा, ‘मैं निश्चित रूप से हमेशा से ही दुनिया में शीर्ष खिलाड़ियों में से एक बनना चाहता था. इसलिए मैं समझता था कि सभी तीनों प्रारूप में अपनी फॉर्म बरकरार रखने के लिये क्या करना होगा. बदलाव के दौर में सभी तीनों प्रारूपों में उपलब्ध होना और देश की टीम को आगे बढ़ाना महत्वपूर्ण है.’
काबिलियत था भरोसा, अब भी हैं कुछ विरोधी…
वैसे ऐसा हर किसी के साथ होता कि कई लोगों को उस पर भरोसा होता है, तो कुछ मान कर चलते हैं कि सामने वाला कुछ खास नहीं कर पाएगा. शायद इसीलिए विराट कोहली ने अपने आलोचकों पर भी निशाना साधा और कहा कि उन्हें हमेशा ही अपनी काबिलियत पर भरोसा था, हालांकि उनके आसपास के कुछ लोगों को इस पर संशय था.
उन्होंने कहा, ‘मेरे कैरियर में, कई लोग ऐसे थे जिन्हें मेरे खेल के संदर्भ में मुझ पर शक था. यहां तक कि अब भी चारों ओर कुछ संशय करने वाले और नफरत करने वाले हैं लेकिन एक चीज सुनिश्चित है कि मुझे हमेशा ही अपनी काबिलियत पर भरोसा था.’