MP सरकार बोली- जय शाह को रतलाम में नहीं दी सरकारी जमीन

भोपाल। कांग्रेस के आरोपों के बाद मध्यप्रदेश सरकार ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय शाह को रतलाम में कोई सरकारी जमीन नहीं दी गई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह के आरोपों को निराधार बताया।
नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री पारस जैन ने कहा, मेसर्स चैकसी एनर्जी एंड इनफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी, मुंबई ने रतलाम जिले में भूमि स्वामियों से निजी भूमि सीधे खरीद कर परियोजना स्थापित की है। कंपनी ने रतलाम जिले में 14.7 मेगावॉट क्षमता की पवन ऊर्जा परियोजना स्थापित की है। चैकसी कंपनी ने आई विंड लगाने की मंजूरी सरकार से ली थी और इस कंपनी से एक विंड लगाने के लिए जमीन जय शाह ने ली है।
यह है मामला…
पिछले दिनों जय शाह की संपत्ति अचानक 16000गुना बढ़ने की खबर के बाद से भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के पुत्र के खिलाफ कांग्रेस द्वारा लगाए जा रहे आरोपों पर अब मध्य प्रदेश में भी राजनीति गरमा गई है। नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने सरकार पर आरोप लगाते हुए बयान जारी किया है जिसमें उन्होंने कहा है कि स्टाक कंपनी द्वारा रतलाम में पवन ऊर्जा में 15 करोड़ का निवेश करने के बारे में पूरी जानकारी दें। उन्होंने सरकार पर जय शाह की कंपनी को जमीन देने के भी आरोप लगाए थे।
बावरिया पर करेंगे मानहानि केस
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस प्रभारी दीपक बावरिया पर भाजपा मानहानि का केस दायर करेगी। बावरिया ने जय शाह को नियम विरुद्ध जमीन देने का आरोप लगाया था।
इधर, सुरजेवाला बोले-मोदी राजधर्म निभाएंगे या दोस्ती :
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने जबलपुर में प्रेस वार्ता में कहा कि प्रधानमंत्री कहते थे न खाऊंगा, न खाने दूंगा…फिर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय की कंपनी टेंपल एंटरप्राइजेज जो बंद होने की कगार पर थी, का कारोबार एक साल में १६ हजार गुना कैसे बढ़ गया।
सूरजेवाला अदालती प्रक्रिया के संबंध में मंगलवार को शहर प्रवास पर पहुंचे थे। उन्होंने कहा, अब देखना है मोदी राजधर्म निभाएंगे या दोस्ती। सूरजेवाला ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा वर्तमान सत्ताधारी पार्टी के अध्यक्ष हमेशा ही संदेह के दायरे में रहे हैं। पिछले तीन अध्यक्षों ने भी संदेह के घेरे में आने के बाद इस्तीफा दिया था। निष्पक्ष जांच के लिए पीएम को अमित शाह से इस्तीफा लेना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट के दो न्यायाधीशों से निष्पक्ष जांच कराई जाए।
बोले निराधार आरोप:
नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री पारस जैन ने रतलाम जिले में स्थापित पवन ऊर्जा परियोजना को शासकीय भूमि आवंटित करने के नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह के आरोप को आधिकारिक रूप से निराधार और असत्य बताया है। उन्होंने कहा कि इस परियोजना को कोई भी शासकीय भूमि आवंटित नहीं की गई है। श्री जैन ने श्री अजय सिंह के आरोप को असत्य, बेबुनियाद और राजनीति से प्रेरित बताया है।
नवकरणीय ऊर्जा मंत्री ने बताया कि मेसर्स चौकसी एनर्जी एण्ड इनफ्रास्ट्रक्चर प्रायवेट लिमिटेड कम्पनी के द्वारा भूमि स्वामियों से निजी भूमि सीधे क्रय कर परियोजना स्थापित की गयी है। मेसर्स चौकसी एनर्जी एण्ड इनफ्रास्ट्रक्चर प्रायवेट लिमिटेड मुम्बई द्वारा रतलाम जिले में 14.7 मेगावॉट क्षमता की पवन ऊर्जा परियोजना स्थापित की गई है। इसमें 2.1 मेगावॉट क्षमता की 7 विण्ड टरबाइन स्थापित की गई हैं।
अजय सिंह ने आरोप लगाया था कि मप्र की शिवराज सिंह सरकार ने अमित शाह के बेटे जय शाह की कंपनी को सरकारी जमीन आवंटित की जबकि जय शाह की कंपनी को पवन ऊर्जा का कोई अनुभव ही नहीं था। इससे पहले भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने भी नेताप्रतिपक्ष की समझ और अध्ययन पर सवाल उठाए थे।
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