MP की जेलों में 31 अक्टूबर तक अवकाश पर रोक

भोपाल। वर्ष 2016 में दीपावली पर भोपाल सेंट्रल जेल से सिमी आतंकियों के भागने और एनकाउंटर में उनके मारे जाने की घटना के बाद इस बार जेल विभाग प्रदेशभर की जेलों में विशेष सतर्कता बरत रहा है। जेलों की सुरक्षा में लगे कर्मचारियों का 31 अक्टूबर तक के लिए अवकाश रद्द कर दिया गया है।

वहीं भोपाल सेंट्रल जेल में बंद 27 सिमी कार्यकर्ताओं को देखते हुए एक एसएएफ की कंपनी के अलावा विशेष ट्रेनिंग प्राप्त 80 जेलकर्मियों को सुरक्षा इंतजाम में लगाया गया है। सूत्रों के मुताबिक जेल ब्रेक की घटना के बाद जेल मुख्यालय ने सभी जेलों में नाइट ड्यूटी में पुख्ता इंतजाम के निर्देश दिए हैं।

जेलों में नाइट ड्यूटी के दौरान कम से कम एक सहायक जेल अधीक्षक स्तर के अधिकारी को रखने को कहा गया है। साथ ही यह भी ध्यान रखने को कहा है कि सीसीटीवी कैमरों की नियमित रूप से जांच कराएं कि कितने कैमरे चालू हालत में हैं। जो भी कैमरे बंद हैं, उन्हें तुरंत दुरुस्त कराने को कहा गया है।

भोपाल में विशेष सतर्कता

भोपाल सेंट्रल जेल में 27 सिमी कार्यकर्ता बंद हैं, जिनमें सफदर नागौरी और अबू फैजल भी शामिल हैं। सूत्रों का कहना है कि इनकी जेल में मौजूदगी के कारण यहां एक विशेष अधिकारी सहित दो जेल अधिकारी रात्रिकालीन ड्यूटी कर रहे हैं। उप जेल अधीक्षक व जेल अधीक्षक सप्ताह में कभी भी अकस्मात निरीक्षण कर रहे हैं। वहीं यहां लगे करीब 85 सीसीटीवी कैमरों से कैदियों पर निगरानी रखी जा रही है। उन्हें चार ड्रेस ही रखने की अनुमति दी गई है।

सतर्कता बरत रहे

भोपाल जेल ब्रेक की घटना के बाद इस साल दीपावली से लेकर 31 अक्टूबर तक सभी जेलकर्मियों के अवकाश निरस्त कर दिए गए हैं। इसके अलावा जेलों की सुरक्षा में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश भी दिए गए हैं।