इन कारणों से सुधर सकती है भारत की ‘ईज ऑफ डूइंग’ बिजनेस रैंकिंग

वर्ल्ड बैंक आज शाम ईज ऑफ डूइंग बिजनेस पर अपनी रिपोर्ट जारी करेगा. ऐसा माना जा रहा है कि इस साल भारत की रैंकिंग में बड़ा सुधार आ सकता है. रिपोर्ट आने के बाद शाम 07:30 बजे वित्त मंत्री अरुण जेटली एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करने वाले हैं. आपको बता दें कि पिछले साल 189 देशों की लिस्ट में भारत 130वें स्थान पर था. सरकार ने टॉप 50 देशों में पहुंचने का लक्ष्य रखा है.उम्मीद की जा रही है कि हाल में बैंकरप्सी कोड, जीएसटी जैसे आर्थिक सुधारों की वजह से कारोबारी माहौल बेहतर हुआ है. कारोबार शुरू करने की प्रक्रिया सरल होने का भी फायदा मिलेगा.
मोदी सरकार को इन तीन से है बड़ी उम्मीद
(1) देश में बिजनस शुरू करना
2017 में इस पैरामीटर पर भारत को 190 देशों में 155वां स्थान मिला था. जून में सरकार ने वर्ल्ड बैंक को बताया कि भारत में बिजनस शुरू करने प्रक्रिया को पिछले साल 14 से घटाकर 5 कर दिया गया है.
(2) कंस्ट्रक्शन परमिट की रैंकिंग सुधरने की उम्मीद
निर्माण कार्य शुरू करने के लिए परमिट पाने में भारत को पिछले साल 190 देशों की रैंकिंग में 185वां स्थान मिला था. पिछले साल तक मुंबई में कंस्ट्रक्शन परमिट पाने में 164 और दिल्ली में 213 दिन लगते थे. वर्ल्ड बैंक ने कहा था कि भारत ने कंस्ट्रक्शन परमिट सिस्टम को ऑनलाइन नहीं किया है.
(3) इन्सॉल्वेंसी पर बड़ा कदम
इन्सॉल्वेंसी और बैंकरप्सी कोड, 2016 के जरिए सरकार ने पिछले साल एक बड़ा सुधार किया, जिसे पिछले साल की रैंकिंग में जगह नहीं मिल पाई. नए कानून से भारत की रैंकिंग सुधरने की उम्मीद है. भारत को पिछले साल इसमें 136 वां स्थान मिला था.