भोपाल दुष्कर्मः GRP ने लिए मिट्टी और झाड़ियों के सैंपल, आरोपियों ने बताया घटनाक्रम

भोपाल। कोचिंग से लौट रही छात्रा के साथ सामूहिक ज्यादती करने वाले चारों आरोपियों को कड़ी सजा दिलाने जीआरपी ने घटना स्थल का जायजा लिया। जांच टीम ने यहां से मिट्टी, नाले के पानी और झाड़ियों का सैंपल भी लिया है। इसके साथ ही जीआरपी ने चारों आरोपियों के घर से घटना के वक्त पहने गए कपड़े भी जब्त कर लिए हैं।

-मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के लिए जीआरपी ने पीड़िता के फटे हुए कपड़े फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिए हैं। बुधवार को रेल आईजी डीपी गुप्ता और एसपी रेल रुचिवर्धन ने भी आरोपियों से पूछताछ की। गौरतलब है कि अदालत ने आरोपियों को 9 नवंबर तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया।

आरोपियों ने एक-दूसरे को पहचानने से किया इंकार
-जानकारी के अनुसार जीआरपी ने गैंगरेप करने वाले चारों आरोपियों का डीएनए कराया है। वहीं, जिन दो आरोपियों के पहचान संबंधी दस्तावेज नहीं मिले, उन्हें कोर्ट में सिद्ध करने के लिए एड्रेस वेरीफिकेशन कराया जाएगा। बुधवार को जीआरपी ने सभी आरोपियों का आमना-सामना कराया। इस दौरान काफी देर तक आरोपियों ने एक-दूसरे को पहचानने से इंकार किया, जब पुलिस ने सख्ती दिखाई तो उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया। पूछताछ में वे एक-दूसरे के कहने पर पूरी घटना को अंजाम देने की बात कहते रहे।

छात्रा के कपड़े लेने राजेश की झुग्गी पर गया था राजू
-पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि, छात्रा के साथ पहले अमर और गोलू ने ज्यादती की थी। ज्यादती के बाद भी दोनों ने छात्रा को बंधक बनाकर रखा था। छात्रा के रोने और मिन्नतों के बाद अमर उसके साथ घटनास्थल पर ही बैठा रहा, जबकि राजू बिहारी उसके कपड़े लेने गया था। राजू को जब अपनी झुग्गी के आस-पास छात्रा के कपड़े नहीं मिले तो राजेश की झुग्गी पर कपड़े लेने गया था, जहां राजेश के साथ चौथा आरोपी रमेश मेहरा भी बैठा था। गोलू ने पूरा घटनाक्रम राजेश और रमेश को बताया, जिसके बाद उन्होंने भी मौके पर पहुंचकर छात्रा के साथ दुष्कर्म किया। राजेश और रमेश के लौट जाने के बाद गोलू और अमर ने दोबारा छात्रा के साथ दुष्कर्म किया।
क्या है भोपाल गैंगरेप केस ?

– घटना 31 अक्टूबर शाम की है। कोचिंग सेंटर से लौट रही 19 साल की लड़की को चार बदमाशों ने स्टेशन के पास रोका। झाड़ियों में ले जाकर उसके साथ गैंगरेप किया। घटनास्थल से आरपीएफ चौकी (रेलवे पुलिस फोर्स) सिर्फ 100 मीटर दूर है।

– आरोपियों ने विक्टिम का मोबाइल फोन और कुछ जूलरी भी लूटी। पुलिस के मुताबिक, आरोपियों को लगा कि लड़की की मौत हो गई है तो वो उसे छोड़कर भाग गए। होश आने पर विक्टिम आरपीएफ थाने पहुंची। वहां से उसने पिता को घटना के बारे में जानकारी दी। उसके पिता आरपीएफ में एएसआई हैं।

– पुलिस कार्रवाई में लापरवाही बरतने पर तीन थानों के प्रभारी, दो सब इंस्पेक्टर सस्पेंड हो चुके हैं। भोपाल के एक सीएसपी, जीआरपी एसपी और भोपाल आईजी को हटाया गया है।