सीएम राइज स्कूल में शिक्षक, बच्चों से करा रहे काम

“किताबो की जगह बच्चो के हाथ मे कुदाल”

 रोहित दुबे,आमला। प्रदेश सरकार सरकार स्कूलों की बेहतर शिक्षा को संवारने करोड़ों रुपये खर्च कर रही है। शिक्षक भी अपना काम बखूबी कर रहे हैं, जिससे स्कूल में लगातार बच्चों की दर्ज संख्या बढ़ने लगी है। बच्चे निजी स्कूल छोड़कर सरकारी स्कूल में अपना दाखिला कर रहे हैं। वहीं कुछ ऐसे स्कूल हैं, जहां पर शिक्षक बच्चों को पढ़ाने की बजाय उनके काम कराते हैं। ऐसा ही मामला शिक्षा विकासखंड के नगर  शासकीय सीएम राइज स्कूल में पढ़ाई के बजाय बच्चों से काम कराने का सोमवार 7 अक्टूबर को सामने आया जहा स्कूली समय पर तेज धूप मे 20 से 25 छात्रों से काम करवाया जा रहा था। शिक्षक खुद पास खड़े होकर बच्चों से बड़ी गेंती से गड्ढे खुदवाकर मैदान की सफाई कराते हैं। शिक्षक खुद पास खड़े होकर बच्चों से कभी बड़ी गेंती से गड्ढे खोदवाकर पौधा लगाने व मैदान को समतल व सफाई कराते हैं। सही तरीके से काम न करने वाले बच्चों को डांट भी लगाई जाती है। इस स्कूल में चपरासी वाले सभी कार्य भी लिए जा रहे हैं। उनकी पढ़ाई की तरफ शिक्षक कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। वहीं नगर के कुछ जागरूक लोगों ने बताया कि स्कूल में कोई काम मजदूर का है। मजदूरों को न बुलवाकर बच्चों से हर काम कराते हैं। बच्चे भी खुशी-खुशी इस काम में लगे रहते हैं, क्योंकि इससे वह पढ़ाई से बचे रहते हैं। स्कूल की सफाई हो या अन्य काम बच्चों पर जिम्मा डाल दिया जाता है, खुद शिक्षक करा रहे हैं।

बता दें कि स्कूल में शिक्षको द्वारा बच्चों से काम कराया जाने का मामला एक बार का नहीं है। इससे पूर्व भी बच्चों से काम कराए जाने का मामला सामने आया था इस मामले मे प्रतिक्रिया लेने सीएम राइज के प्राचार्य राजेश खेरवाल को काल करने पर उन्होंने काल रिसीव नही किये।

भारी बारिश मे बच्चो को भेजा था तिरंगा यात्रा मे

गौरतलब है की पिछले वर्ष इसी तरह भारी बारिश मे सीएम राइज के छात्रों को तिरंगा रेली यात्रा मे शिक्षको द्वारा भेज दिया गया था जिसमे काफी बच्चे बारिश मे भीगने के कारण बीमार भी हुए थे मामले की शिकायत् भी वरिष्ठ अधिकारियो सहीत बाल संरक्षन आयोग को जागरूक नागरिकों द्वारा की गई थी लेकिन

जिस जांच में संबंधित अधिकारियो द्वारा जांच में लीपापोती कर रिपोर्ट जिला अधिकारियो को सौंपी थी।

 

बीईओ बोले करवाएगे जांच

सीएम राइज स्कूल मे मजदूरों का कार्य बच्चो से करवाए जाने पर नवागत बी ईओ एल एन प्रजापति का कहना है की कोई श्रमदान कार्यक्रम के तहत अगर कार्य न करवाकर स्कूली समय मे कार्य करवाया गया है तो इस मामले की जांच करवाएगे ।