तीन साल पहले जिस महिला की हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ था वह जिंदा मिली

अचानक गायब हुई पत्नी तो ससुराल वालो ने हत्या का दर्ज कराया मुकदमा, पति ने ससुराल वालो पर अपहरण और बंधक बनाने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

 

अपने प्रेमी के साथ 3 साल से लखनऊ में रह रही थी महिला

गोंडा, 8 अक्टूबर। उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां तीन साल पहले जिस महिला की हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ था वह जिंदा मिली। हाईकोर्ट की सख्ती के बाद पुलिस ने महिला को ढूंढ निकाला ।

जब उसे कोर्ट में पेश किया, तो मायके और ससुराल वाले हैरान रह गए. इसके बाद महिला ने बताया कि वह अपने प्रेमी के साथ 3 साल से लखनऊ में रह रही थी. इस दौरान उसने ससुराल और मायके वालों तक से संपर्क नहीं किया. इसके साथ ही उसने कई बड़े खुलासे किये.

घटना कोतवाली इलाके के ददुआ बाजार की है. यहां रहने वाली शादीशुदा महिला कविता की कथित हत्या के मामले में पुलिस ने उसके पति सहित अन्य लोगों पर एफआईआर दर्ज की थी. अब वह 3 साल बाद जिंदा बरामद हुई. पुलिस और एसओजी टीम ने महिला को लखनऊ के डालीगंज से जिंदा बरामद कर लिया. पुलिस पूरे मामले की पड़ताल कर रही है. दरअसल, ददुआ बाजार के रहने वाले विनय कुमार से 17 दिसंबर 2017 को कविता की शादी हुई थी. कविता का मायका नवाबगंज थाना इलाके के सेमरा शेखपुरा में हैं।

शादी के बाद 4 साल तक दोनों के बीच में सबकुछ ठीक रहा, लेकिन 5 मई 2021 को कविता अचानक लापता हो गई. जिसके बाद पति विनय कुमार ने कविता के गायब होने की सूचना मायके वालों को दी. पति ने कविता की गुमशुदगी दर्ज कराई तो, मायके वालों ने कविता की हत्या का आरोप लगाते हुए उसके पति विनय कुमार, देवर निरंजन, रतन, ननद और सांस कांति देवी पर दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज करा दिया. इसके बाद पति विनय कुमार ने भी कोर्ट का सहारा लिया और कविता के भाई अखिलेश बहादुर रिश्तेदार धर्मेंद्र उर्फ साहिल अरविंद कुमार, अर्जुन कुमार, मीना देवी और गुड़िया के खिलाफ पत्नी के अपहरण और बंधक बनाए जाने की रिपोर्ट दर्ज करा दी.

 

पुलिस और महिला थाने की पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही थी, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली. इसके बाद दोनों पक्षों के लोगों ने हाईकोर्ट में अलग-अलग अपील की थी. मामले की सुनवाई को लेकर हाईकोर्ट में गोंडा पुलिस को तलब किया था. हाईकोर्ट में मामला जाने के बाद पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने एसओजी और नगर कोतवाली पुलिस को कविता की बरामदगी कर घटना का खुलासा करने का निर्देश दिया था. जिसके बाद हरकत में आई पुलिस ने 3 साल से लापता कविता को लखनऊ के डालीगंज से बरामद कर कोर्ट में पेश किया।एसपी विनीत जायसवाल के मुताबिक, लखनऊ के डालीगंज में जिस मकान से कविता बरामद हुई. वह मकान सत्यनारायण गुप्ता का है. सत्यनारायण गुप्ता कविता के मायके सेमरा शेखपुरा गांव के बगल स्थित दुर्जनपुर घाट का रहने वाला है. वह लखनऊ के डालीगंज में मकान बनाकर रहता है. ससुराल से निकलकर कविता सत्यनारायण के पास ही गई थी और वह 3 साल से सतनारायण के साथ ही रह रही थी. इस दौरान उसके ना तो अपने किसी ससुरालीजनों से संपर्क किया, ना ही मायके वालों से कोई बातचीत की थी. फिलहाल, महिला को कोर्ट में पेश कर विधिक कार्रवाई की जा रही है।