आत्मनिर्भर भारत के लिए किये गए कार्यों के लिए मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी को मिलेगा पीआरएसआई का नेशनल अवार्ड
ऊर्जा के क्षेत्र में, निर्बाध एवं गुणवत्तापूर्ण बिजली आपूर्ति और नवाचार आधारित कार्यों को मिलेगी राष्ट्रीय स्तर पर पहचान
भोपाल 26 नवंबर। ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत कार्यक्रम के तहत मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा किए जा रहे कार्यों को पीआरएसआई नेशलन अवार्ड 2025 के लिए चुना गया है। यह अवार्ड आगामी 13 से 15 दिसंबर 2025 तक देहरादून में आयोजित 47वीं ऑल इंडिया पब्लिक रिलेशंस कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रदान किया जाएगा। मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक श्री क्षितिज सिंघल ने कंपनी को मिले इस राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बधाई दी है।
मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बिजली क्षेत्र में किये जा रहे उल्लेखनीय विकास कार्यों जिनमें रिवेम्प्ड डिसट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम के तहत किये विद्युतीय निर्माण और प्रणाली सुदृढ़ीकरण कार्यों के साथ ही शासन की योजनाओं जिनमें प्रधानमंत्री जनमन योजना, पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना, अटल कृषि ज्योति योजना, अटल गृह ज्योति योजना एवं अन्य सभी उपभोक्ता हित की योजनओं का लाभ अंतिम छोर के उपभोक्ताओं तक पहॅुंचाते हुए विद्युत के क्षेत्र में प्रदान की जा रही सुविधाओं जिनमें नये कनेक्शन प्रदान करने से लेकर, भुगतान, बिल वितरण, सूचनाएं और जानकारी प्रदान करना, शिकायत निवारण, उपभोक्ता सेवाएं सुलभ और आसानी से आमजन और उपभोक्ताओं तक पहुँचाने के लिए किये जा रहे नवाचार आत्मनिर्भर भारत कार्यक्रम में महत्वपूर्ण उपलब्धियां हैं, जिनके लिए मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी को पीआरएसआई नेशलन अवार्ड 2025 के लिए चुना गया है। मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा स्थापित किये जा रहे स्मार्ट मीटर, उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए उपाय एप और अत्याधुनिक केन्द्रीयकृत कॉल सेंटर 1912, एन.ए.बी.एल. मान्यताप्राप्त प्रयोगशाला जैसी सेवाओं के साथ उपभोक्ता संतुष्टि के साथ विद्युत उपभोक्ताओं को निर्बाध और गुणवत्तापूर्ण विद्युत आपूर्ति सुनिश्वित करना आत्मनिर्भर भारत की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
गौरतलब है कि पब्लिक रिलेशंस सोसाइटी ऑफ इंडिया जनसम्पर्क एवं संचार के क्षेत्र में विभिन्न संगठनों में कार्य करने वाले प्रोफेशनल्स की एक राष्ट्रीय स्तर की 70 वर्ष पुरानी संस्था है। इस संस्था के पूरे देश में अहमदाबाद, आइजोल, भोपाल, भुबनेश्वर, चंडीगढ़, चैन्नई, दिल्ली, देहरादून, गुवाहाटी, हैदराबाद, जयपुर, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई, नागपुर, रांची, सिंगरौली, शिमला, तिरुपति, वाराणसी, विशाखापत्तनम, जम्मू, अमरावती और वर्धा सहित 23 चैप्टर कार्यरत हैं।

