खुली आंखों से भी सरकार नहीं देख पा रही दृष्टिहीनों का दर्द

भोपाल। अपनी हक की लड़ाई लड़ रहे दृष्टिहीन युवा पिछले पांच दिनों से लगातार कड़ाके की ठंड में खुले आसमान के नीचे प्रदर्शन कर रहे हैं मगर प्रशासन इससे अंजान बना हुआ है। उच्च न्यायालय द्वारा दिए गए आदेश के आधार पर वे रोजगार की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि जब तक खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उनसे बातें नहीं सुनते प्रदर्शन जारी रहेगा।
अपनी मांगों को लेकर दिव्यांगों द्वारा भोपाल के नीलम पार्क में पिछले 5 दिनों से लगाता धरना प्रदर्शन किया जा रहा है| दिव्यांगों का कहना है वे सरकार तक अपनी मांगें पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं मगर अब तक सरकार का कोई भी नुमाइंदा उन तक नहीं पहुंचा है|
प्रदर्शनकारियों की ये हैं मांगेंः-
* माननीय उच्च न्यायालय द्वारा दिए गए आदेश का पालन किया जाए एवं दृष्टिहीनों को प्रदेश स्तर सीधी भर्ती दी जाए।
*पूर्व में दी गई अवैध भर्ती की पुनः जांच करवाई जाए।
*विशेष विद्यालयों में शिक्षकों के पद शीघ्र भरे जाएं
*विद्यालयों में कंप्यूटर शिक्षा अनिवार्य की जाए
*दृष्टिहीन छात्राओं के लिए शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय व महाविद्यालय छात्रावास खोले जाएं
*ITI कर रहे छात्र-छात्राओं के लिए शासकीय छात्रावास की व्यवस्था की जाए
*दृष्टिहीनों को दी जा रही पेंशन की राशि को बढ़ाकर 1500 रुपए प्रतिमाह किया जाए।