सरकार की कर्ज योजना के कारण बॉण्ड यील्ड में आई तेजी, डॉलर के मुकाबले कमजोर हुआ रुपया

जीएसटी राजस्व में आई गिरावट के बाद गुरुवार को सरकार ने अपने खर्चों के लिए 50,000 करोड़ रुपए का अतिरिक्त कर्ज (जनवरी से मार्च अवधि के लिए) लेने की घोषणा की थी। वित्त मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक सरकार यह कर्ज निश्चित अवधि वाली प्रतिभूतियों के माध्यम से लेगी। इस घोषणा का सीधा असर 10 वर्षीय बॉण्ड यील्ड और रुपए की स्थिति पर पड़ा।

10 वर्षीय बॉण्ड यील्ड का ये रहा हाल: गुरुवार के कारोबार में 10 वर्षीय बॉण्ड यील्ड 7.250 फीसद पर खुली और इसने 7.326 का स्तर छुआ। बॉण्ड यील्ड का यह स्तर पिछली बार 12 जुलाई 2016 को देखने को मिला था। आज सुबह 9:15 पर यह बढ़कर 7.313 फीसद के स्तर पर पहुंच गई। बुधवार को यह 7.219 फीसद के स्तर पर बंद हुई थी। इस साल अब तक बॉण्ड यील्ड में 120 बेसिल प्वाइंट का इजाफा देखने को मिला है। ब्रोकरेज फर्म कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटी ने साल 2018 की चौथी तिमाही के लिए 10 वर्षीय बॉण्ड यील्ड को संशोधित कर 7.15 से 7.40 फीसद कर दिया है जो कि पहले 6.9 फीसद से 7.1 फीसद रहती थी।

रुपए का यह रहा हाल: सरकार की इस घोषणा का असर भारतीय रुपए की स्थिति पर भी पड़ा। गुरुवार के कारोबार में रुपया 7 पैसे की गिरावट के साथ डॉलर के मुकाबले 64.22 पर खुला। दोपहर 12 बजे तक इसमें और कमजोरी आई और रुपया 6 पैसे (0.02 फीसद की गिरावट) की और गिरावट के साथ 64.16 पर आ गया।

जीएसटी कलेक्शन में लगातार गिरावट: नवंबर महीने में भी जीएसटी कलेक्शन में गिरावट देखने को मिली है। नवंबर महीने में सरकार को 80,808 रुपए का जीएसटी प्राप्त हुआ है। अक्टूबर महीने में यह आंकड़ा 83,346 करोड़ रुपए का रहा था। आपको बता दें कि सरकार ने जुलाई महीने में 92,283 करोड़ रुपए, अगस्त महीने में 90,669 करोड़ रुपए और सितंबर महीने में 92,150 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त किया था।