सरकार की बड़ी घोषणा, अब 200 रुपए में महीने भर जलाओ बिजली

भोपाल। मध्यप्रदेश में रहने वालों के लिए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बड़ी घोषणा की है। अब आप अपने पूरे घर की बिजली महीने भर इस्तेमाल कर सकते हैं और इसके लिए महीने के आखिर में आपको सिर्फ 200 रुपए ही चुकाने पड़ेंगे। जी हां, ये सुनने में अजीब लग सकता है, लेकिन ये सच है। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ऐलान करते हुए कहा कि हम एक नया कानून बनाने जा रहे हैं जिसके अन्तर्गत सभी को बिजली का अधिकार मिल जाएगा।
बिजली के अधिकार के अन्तर्गत मध्यप्रदेश के हर घर में बिजली पहुंचाने का लक्ष्य है। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अब कोई घर बिना बिजली के नहीं रहेगा। हर गरीब के घर तक बिजली का निशुल्क कनेक्शन पहुंचाया जाएगा। इतना ही नहीं ऐसे परिवारों को बड़ी राहत देते हुए उन्होंने ये भी कहा कि सिर्फ 200 रुपए देकर पूरे महीने बिजली जला सकते हैं।
आपको बता दें कि सीएम शिवराज सिंह चौहान भोपाल के नजदीक मण्डीदीप में अन्त्योदय मेला, स्वरोजगार और हितग्राही सम्मलेन को संबोधित कर रहे थे। इस ऐलान से पहले उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री स्व. सुन्दरलाल पटवा को श्रद्धांजलि दी। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हम कर्जदार किसानों के लिए समाधान योजना ला रहे हैं, जिससे उन्हें सहज ऋण सुलभ हो सके। इसके अलावा ऋण योजना में जो किसान पैसा नहीं चुका पाने की वजह से डिफाल्टर हो गए हैं, उनके लिए भी हम ऐसी समाधान योजना लाएंगे जिससे कि वे हमारी जीरो प्रतिशत योजना का लाभ लेने के पात्र बन सकें।
बिजली के अलावा उन्होंने सभी को घर देने के अपने संकल्प को भी दोहराया। सीएम ने कहा कि मध्यप्रदेश में पैदा हुए हर व्यक्ति को सरकार प्लॉट देगी। मध्यप्रदेश कोई भी ऐसा नागरिक नहीं होगा, जिसके पास अपनी जमीन न हो।
बिजली पर केजरीवाल साध चुके हैं निशाना
हाल ही में आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भोपाल में एक सभा को सम्बोधित करते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान को निशाना बनाया था। उनका कहना था कि हम मध्यप्रदेश से बिजली खरीदते हैं, लेकिन फिर भी दिल्ली में लोगों के औसत बिल कम आते हैं। वहीं मध्यप्रदेश में बिजली महंगी होने के साथ साथ अभी भी ऐसी स्थिति बनी हुई है कि हर घर तक बिजली की पहुंच नहीं है।
माना जा रहा है कि सीएम शिवराज सिंह चौहान इस तरह की घोषणाओं के जरिए अपने ऊपर उठ सकने वाले मुद्दों को खत्म करने की कोशिश में लगे हैं। बहरहाल यदि वाकई ऐसा होता है तो ये प्रदेश के गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले लोगों के लिए काफी अच्छी खबर साबित हो सकती है।