रणवीर पर हुआ था ‘खिलजी’ का साइड इफेक्ट, सेट पर की ऐसी हरकत

फिल्म में निभाया गया किरदार किसी एक्टर की जिंदगी में किस कदर हावी हो जाता है, इसका ताजा उदाहरण रणवीर सिंह ने बयां किया है. सभी जानते हैं कि वह अपने रोल के साथ न्याय करने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं. फिल्म पद्मावत में खिलजी के रोल के लिए की गई उनकी मेहनत पर्दे पर दिखती है. एक इंटरव्यू में रणवीर सिंह ने खिलजी के रोल के उनपर हुए साइड इफेक्ट का खुलासा किया है.

उन्होंने कहा, खिलजी के करेक्टर ने उनकी असल जिंदगी को भी प्रभावित किया. मेरे द्वारा की जाने वाली स्वाभाविक प्रतिक्रियाओं पर इसका असर देखने को मिला. मैं खिलजी के रोल में इस कदर घुस गया था कि मैंने लोगों पर शारीरिक रूप से हमला करना शुरू कर दिया था.

एक्टर ने कहा, ऑफ कैमरा एकबार सेट पर अजीब सा वाकया हुआ. जब कोई गलती करता था तो मैं खिलजी की तरह उस पर गुस्सा होता और उस पर शारीरिक रूप से हमला करने के लिए तैयार हो जाता था.

फिर कुछ सेकंड बाद मुझे इस बात का एहसास होता कि यह रियल नहीं है. अचानक से ऐसा कुछ होता कि मैं खिलजी जैसा बर्ताव करने लगता. मैं रणवीर सिंह ना रहकर खिलजी के रोल में आ जाता था. बता दें, इस रोल से खुद को बाहर निकालने के लिए रणवीर सिंह ने अपने घरवालों और दोस्तों से बातें की थी.

एक इंटरव्यू में रणवीर ने बताया था कि शूटिंग के दौरान उन्हें फिजीकली चैलेंज का सामना ज्यादा करना पड़ा. उन्होंने कहा, शूटिंग शुरू होने के बाद मैं काफी दबाव में था, क्योंकि मुझे एक साथ कई चीजें करनी थीं. शाहिद कपूर से युद्ध और खलीबली गाने के दौरान मैंने महसूस किया जैसे मेरा पैर ही न हो.

जौहर सीन के बारे में रणवीर ने बताया कि कभी ऐसा लगता था कि कट बोला जाएगा और मैं उल्टियां कर दूंगा. मुझे याद है कि हम कितनी गर्मी के बीच मई के महीने में फिल्म सिटी में शूटिंग कर रहे थे. 45 डिग्री टेम्परेचर था. मैं इतनी गर्मी में अपने शरीर पर 12 किलो का कॉस्ट्यूम पहने हुए था. मुझे लगातार दौड़ते रहना था. इसलिए कट बोले जाने के बाद मेरी आंखों के आगे धुंधलापन छा गया और मैं पूरी तरह सुन्न हो गया.

रणवीर कहते हैं, वापस होश में आने के लिए मुझे पानी दिया गया. तब जाकर मैं अगले सीन के लिए तैयार हुआ. अपनी हिम्मत बढ़ाने के लिए मैं उल्टी का इस्तेमाल करता हूं. शूटिंग के दौरान मैंने इतना संघर्ष किया कि हर दिन में अपनी आवाज खो देता था. मैं डेढ़ साल से अपनी खराब आवाज से जूझ रहा था. अलाउद्दीन के लिए जो मेरी आवाज थी, वह बहुत खराब थी.