टाटा स्टील की होगी भूषण स्टील, दूसरी बार जीती बोली

नई दिल्ली: टाटा स्टील ने कहा कि वह भूषण स्टील (Bhushan Steel) के अधिग्रहण के लिए सफल बोलीदाता के रूप में उभरा है। ऐसा दूसरी बार हुआ है। इसका मतलब है अब भूषण स्टील को खरीदने का टाटा स्टील (Tata Steel) का रास्ता साफ हो गया है। कंपनी ने ये जानकारी स्टॉक एक्सचेंज को दी। अब ये डील मंजूरी के लिए NCLT और कंपीटिशन कमीशन ऑफ इंडिया (CCI) के पास जाएगी। भूषण स्टील पर बैंकों का 44,478 करोड़ रुपए का कर्ज है। टाटा स्टील ने कहा उसे 22 मार्च को कमेटी (COC) ने जानकारी दी।

भूषण स्टील कर्ज शोधन कार्यवाही से गुजर रही है। इससे पहले भी टाटा स्टील ने भूषण स्टील की बोली जीती थी। पिछली बोली में टाटा स्टील के अलावा जेएसडब्ल्यू लिविंग प्राइवेट (जेएसडब्ल्यू तथा पीरामल एंटरप्राइजेज की संयुक्त उद्यम) तथा भूषण स्टील के कर्मचारियों के समूह ने भाग लिया था। बोली जमा करने की अंतिम तारीख तीन फरवरी 2018 थी।

यूके की लिबर्टी हाउस भी भूषण स्टील को खरीदने की योजना बनाई थी। हालांकि बोली देरी से लगाने के कारण वो दौड़ से बाहर हो गई। भूषण स्टील पर बैंकों का 44,478 करोड़ रुपए का कर्ज है। आरबीआई ने इस कंपनी की सबसे बड़े लोन डिफॉल्टर के तौर पर पहचान की है। टाटा स्टील ने भूषण स्टील के कर्जदारों को 17 हजार करोड और ऑपरेशन के लिए 7,200 करोड़ रुपए देने का ऑफर दिया था। इससे पहले राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (NCLT) ने भूषण स्टील के ऋणदाताओं की समिति (सीओसी) से कंपनी के कर्मचारियों द्वारा टाटा स्टील (Tata Steel) की बोली पर उठाई गई आपत्तियों पर विचार करने के लिए कहा था।