जब आसमान से बरसने लगा था खून, भारत में 17 साल से बनी है ये पहेली

कई बार प्रकृति अपना ऐसा रूप दिखाती है जिसे समझना नामुमकिन होता है। कई बार हर बात का जवाब रखने वाला साइंस भी इसके सामने बोना नजर आता है। ऐसा ही वाकया हुआ था 17 साल भारत के केरल जिसका सच आज भी कोई नहीं जानता। हम बात कर रहे हैं केरल में हुई खून की बारिश की। 5 जुलाई 2001 को केरल में लाल रंग की बारिश हुई थी। इस लाल रंग की बारिश का रहस्य अब तक सामने नही आया है।आसमान से बरसा खून?

वैज्ञानिक आज भी इस बात को नहीं समझ पाए है कि ये लाल रंग की बारिश (Red rain) कैसे हुई थी। केरल के लोगों का मानना था कि वो बारिश खून की बारिश ही थी। हालांकि, आपको अगर हम विज्ञान की नजर में देखें तो शायद ऐसा संभव है।

पानी में थे जीवन होने के संकेत
जिस दिन केरल में लाल बारिश/ Red rain देखी गई थी ठीक उसी दिन वहां के लोगो ने हरे और पीले रंग की बारिश भी देखी थी जिससे पहले वैज्ञानिको को ये लगा की ये असमान से रंग बिरंगा पानी बरसना कोई बड़ी बात नहीं है। यह बारिश और प्रदूषण की वजह से हुआ होगा। लेकिन जैसे ही इस पानी को टेस्ट किया गया तो सबके होश उड़ गए। टेस्ट में पाया गया कि ये सिर्फ पानी नहीं था, इस पानी में जीवन होने के साक्ष्य मिले थे।

फिर हुई डीएनए की जांच
– पानी में जीवन के साक्ष्य मिलने के बाद लगा कि अगर ये खून है तो इसमें डीएनए भी होगा। वैज्ञानिकों ने उसमें डीएनए तलाशने की कोशिश की पर वो असफल रहे।

तो किसका खून था ये
– जब इस लाल बारिश को लेकर 2012 में फिर जांच की गई तो सैंपल में साइंटिस्ट् को छ डीएनए के सैंपल दिखाई देने लगे। सके बाद अन्तराष्ट्रीय स्तर पर एक बहस भी शुरू हो गई और दावा किया जाने लगा कि इसका संबंध एलियंस से हो सकता है। हालांकि, अब भी ये साफ नहीं है कि बारिश क्यों और कैसे हुई थी।