…जब आसाराम बापू ने कहा कि जो भगवान राम चाहेंगे वही होगा, समर्थकों की पूजा-अर्चना नहीं आई काम

जोधपुर: आसाराम बापू के लिए बुधवार भारी साबित हुआ। अदालत ने उन्हें दोषी करार दिया है। आसाराम की रिहाई के लिए उनके भक्त अलग अलग अंदाज में प्रार्थना की रहे हैं। इसके साथ ही आसाराम बापू ने अपने अनुयायियों से संयम बरतने की अपील की थी। वहीं फैसले से पहले मंगलवार को जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद आसाराम बेहद शांत नजर आए। अधिकारियों ने उनसे पूछा कि फैसले के बारे में वो क्या सोचते हैं तो उनका जवाब था कि जैसा भगवान राम फैसला करेंगे, वैसा होगा। यही नहीं बुधवार को फैसले के दिन आसाराम सुबह जल्‍दी उठ गए थे।जोधपुर जेल के डीआईजी जेल विक्रम सिंह ने बताया कि आसाराम के चेहरे पर न तो आशा और न ही निराश के भाव थे। वो हमेशा की तरह सुबह उठे और कुछ भजन गाए। जेल के अंदर वार्ड नंबर 2 में कुछ देर तक प्रार्थना की। आसाराम ने नाश्‍ता किया और सो गए। मंगलवार को जब वो आसाराम से मिले तो उन्‍होंने बुधवार सुबह फैसले के लिए तैयार होने का समय पूछा था। आसाराम ने डीआईजी से पूछा कि साहब सब तैयारी हो गई है।

जेल अधिकारियों का कहना है कि वो कई बार वह जेल के सुरक्षाकर्मियों पर चिल्‍लाने लगते हैं और कई बार उनके सुख-दुख के बारे में पूछते हैं। वह एक व्‍यहारिक व्‍यक्ति हैं जो यह जानता है कि वह जेल में है। जेल अधिकारियों का कहना है कि आसाराम ने पिछले 5 साल में कभी भी अंग्रेजी दवाएं नहीं खाईं। स्‍वास्‍थ्‍य से जुड़ी कोई भी परेशानी होने पर आसाराम केवल आयुर्वेदिक दवाएं ही खाते हैं।