नाव से दुनिया की परिक्रमा कर अगले हफ्ते लौटेंगी 6 भारतीय महिला अधिकारी

पहली बार एक नाव पर सवार होकर नौसेना की 6 महिला अधिकारी समंदर के रास्ते दुनिया की सैर करके वापस देश लौट रही हैं. आईएनएसवी तारिनी पर ‘नाविका सागर परिक्रमा’ नाम से गोवा से शुरू हुआ ये मिशन अगले हफ्ते गोवा में ही पूरा होगा.
17 मई को रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा आधिकारिक रूप से गोवा में इस महिला टीम का स्वागत करेंगे. इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन सभी 6 महिला अधिकारियों से दिल्ली में मुलाकात करेंगे.
PM मोदी करते थे बातचीत
प्रधानमंत्री मोदी ने इनके सफर के दौरान भी कई बार इनसे सेटेलाइट फोन पर बात की थी और मिशन पूरा होने पर इनसे मिलने की इच्छा जाहिर की थी. ये सभी महिला नाविक अधिकारी पहली बार छोटी सी नाव से पूरी दुनिया की सागर परिक्रमा करने निकली हैं.
समंदर के रास्ते पूरी दुनिया की सैर करने का मिशन यानी 21,600 नॉटिकल मील से ज्यादा की यात्रा करने का लक्ष्य पिछले साल सितंबर में शुरू हुआ था. वह भी सिर्फ हवाओं के भरोसे महज 55 फुट की एक छोटी सी नाव में यह सफर पूरा हुआ. ऐसे में कठिन सफर की कल्पना ही रोमांचित कर देती है.
पहला एशियाई प्रयास
भारतीय नौसेना की 6 महिला अधिकारी समंदर के रास्ते धरती का चक्कर लगाने यानी ‘सरकम नेविगेशन’ के सफर पर रवाना हुई थी. इस मिशन को ‘नाविका सागर परिक्रमा’ नाम दिया गया है. यह मिशन एशिया में महिलाओं द्वारा समुद्री मार्ग से धरती का चक्कर लगाने का पहला प्रयास है.
रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने गोवा में हरी झंडी दिखाकर इस मिशन को रवाना किया था. इस मौके पर उनके साथ पूर्व रक्षा मंत्री और गोवा के मुख्यमंत्री और नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लाम्बा मौजूद थे. इस मिशन को लेकर आजतक ने इन सभी महिला अधिकारियों से खास बातचीत की थी.
यह अभियान आईएनएसवी तारिनी पर ‘नाविका सागर परिक्रमा’ नाम से गोवा से शुरू हुआ था. महिला सशक्तिकरण और समुद्र में महिलाओं की भागीदारी का संदेश देने के लिए नौसेना ने महिलाओं की एक खास टीम को समुद्र परिक्रमा पर भेजने का फैसला किया था.
भारतीय नौसेना की 6 महिला अधिकारियों ने समुद्र के रास्ते से विश्व परिक्रमा पर निकलने से पहले दिल्ली में पीएम मोदी से भी मुलाकात की थी. वापस लौटने पर एक बार फिर ये 6 महिला अधिकारी पीएम मोदी से दिल्ली में मिलेंगी.