वालमार्ट-फ्लिपकार्ट सौदे के खिलाफ CCI में जाएगा व्यापारी संगठन

संगठन का कहना है कि सौदे से कारोबार में गैर-बराबरी का माहौल पैदा होगा, और बड़े पैमाने पर नौकरियां जाएंगी।
नई दिल्ली। व्यापारी संगठन कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने वालमार्ट-फ्लिपकार्ट के हालिया प्रस्तावित सौदे के खिलाफ भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआइ) में जाने का फैसला किया है।
संगठन का कहना है कि सौदे से कारोबार में गैर-बराबरी का माहौल पैदा होगा, और बड़े पैमाने पर नौकरियां जाएंगी।
गौरतलब है कि अमेरिका की रिटेल दिग्गज वालमार्ट ने भारतीय ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट में 77 फीसद हिस्सेदारी 16 अरब डॉलर में खरीदने संबंधी सौदा किया है।
वालमार्ट ने सौदे के अनुमोदन के लिए पिछले सप्ताह ही सीसीआइ में आवेदन दिया है। उसका कहना है कि सौदे से भारत में स्पर्धा पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
कैट के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने सोमवार को कहा कि इस प्रस्तावित सौदे में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआइ) नीति, साइबर सुरक्षा, रिटेल कारोबार में प्रवेश करने के लिए ई-कॉमर्स के प्रयोग की आशंकाएं जैसे कई पहलू जुड़े हुए हैं।
व्यापारी संगठनों, ऑनलाइन कारोबारियों तथा अन्य साझीदारों की तरफ से जबर्दस्त विरोध को देखते हुए सरकार को इस सौदे की बारीकी और गहराई से जांच करनी चाहिए।
खंडेलवाल ने सरकार पर पिछले चार वर्षों के दौरान घरेलू कारोबारियों के तेज विकास के लिए कोई भी कदम नहीं उठाने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि इसके विपरीत सरकार ने बहुराष्ट्रीय रिटेल कंपनियों के भारतीय बाजार में पहुंच के लिए कई कदम उठाए हैं।