मुख्यमंत्री शिवराज को पीड़ा सुनाते रो पड़ी छात्रा.. फिर सीएम ने किया ये!

भोपाल। मामा, मेरे पापा नहीं हैं और मेरे मम्मी की भी अच्छी जॉब नहीं है। इस कारण मेरे बड़े भाई-बहन अच्छे कॉलेज में नहीं पढ़ सकते। मेरी बहन अंजली और भाई अमन बारहवीं कक्षा में प्रथम श्रेणी से पास हुए हैं। बहन के 62 और भाई के 75 प्रतिशत आए हैं, इसके बाद भी उनके एडमिशन के लिए कॉलेज वाले मोटी फीस मांग रहे हैं। इस कारण दोनों की पढ़ाई रुक गई है। मुझे कुछ नहीं चाहिए, लेकिन मेरे भाई-बहन की आगे की पढ़ाई जारी रहे, बस मैं यही चाहती हूं।

ग्यारहवीं की छात्रा अदिति ठाकुर ने अपनी यह पीड़ा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को सुनाई। छात्रा की बात सुन मुख्यमंत्री भी भावुक हो उठे। टीटी नगर स्थित मॉडल स्कूल में सोमवार को आयोजित मुख्यमंत्री कॅरियर काउंसलिंग पहल ‘हम छू लेंगे आसमां’कार्यक्रम के दौरान किया मुख्यमंत्री ने अदिति को भरपूर मदद करने का आश्वासन दिया।

विद्यार्थियों ने बताई समस्याएं

लाइव फोन इन पर झाबुआ जिले की यशस्विनी भाबोर ने प्रतियोगी परीक्षा की तैयारियों के लिए इ-लाइब्रेरी की जरूरत बताई। मुख्यमंत्री ने कहा कि शीघ्र ही सर्व-सुविधायुक्त पुस्तकालय भवन बनकर झाबुआ जिले में तैयार हो रहा है। छात्र ललित पटेल ने भोपाल में घर से कॉलेज की अधिक दूरी की समस्या बताई। छात्रा मोनिका यादव ने विदेश में अध्ययन में मदद की जानकारी चाही। सीएम ने बताया कि एक सीमा तक आर्थिक मदद की जाती है। इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री जयभान सिंह पवैया, स्कूल शिक्षा मंत्री कुंवर विजय शाह, रोजगार बोर्ड के अध्यक्ष हेमंत देशमुख, अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा बीआर नायडू व अशोक वर्णवाल मौजूद थे।

जरूरत पड़ी तो नई योजनाएं बना दूंगा

कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विद्यार्थियों का आह्वान किया कि जीवन में हताश नहीं हों। उन्होंने कहा कि वह लकीर से बंधे रहने वाले व्यक्ति नहीं हैं जरूरत पड़ी तो बच्चों के लिए नई राहें और नई लकीर वह स्वयं बना देंगे। जरूरत पर नए प्रावधान और नई योजना बनाई जाएगी।

माय एमपी रोजगार पोर्टल का लोकार्पण

इस दौरान रोजगार विभाग के माय एमपी रोजगार पोर्टल का लोकार्पण किया। यह पोर्टल नियोजक और बेरोजगार के बीच संपर्क स्थापित करेगा।