भोपाल में बोले राजनाथ सिंह- 4 साल में बढ़ी देश की साख, पेट्रो रेट पर दिया अंतरराष्ट्रीय कीमतों का हवाला

भोपाल। केंद्रीय पुलिस प्रशिक्षण अकादमी का शुभारंभ करने राजधानी पहुंचे राजनाथ सिंह ने नरेन्द्र मोदी की चार साल की उपलब्धियों पर प्रेस से चर्चा की। उन्होंने कहा कि देश में पहली बार कोई पार्टी अपने काम का ब्यौरा दे रही है।
इन चार सालों में भारत की अंतरराष्ट्रीय जगत में साख और प्रतिष्ठा बढ़ी है। इन चार सालों में भारत ने जिस तेजी से विकास किया है, हम टॉप 5 अर्थव्यवस्था में शामिल हुए हैं। राजनाथ ने कहा कि हर मामले में हमने पिछली सरकार से बेहतर काम किया है। चाहे वो बुनियादी ढांचे का विकास हो, पूंजी निवेश की बात हो या फिर भ्रष्टाचार जैसे मसले हों। साथ ही उन्होंने कहा कि आज भारत देश करंट एकाउंट में सरप्लस है। पूंजी निवेश के मसले पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि आज भारत विश्व में विदेशी निवेश का सर्वाधिक आकर्षण का केंद्र है। इन चार सालों में 156 बिलियन डॉलर निवेश हुआ है। हमने 431 योजनाओं में 3 लाख 65 हजार 996 करोड़ के काम किए हैं।
रक्षा मामलों पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि रक्षा के मामलों में हमारी सेना और बलों के लिए जो हथियारों की जरूरत होती थी। पहले हम दूसरे देशों से खरीदते थे, लेकिन इस मामले में आज हम आत्मनिर्भर हो रहे हैं। हमारी कोशिश रक्षा मामलों में स्वावलंबी बनने की है।
जनता पर नहीं पड़ने देंगे डीजल-पेट्रोल का भार
राजनाथ सिंह ने डॉलर, डीजल और पेट्रोल के मूल्यों को लेकर बात करते हुए कहा कि जहां तक पेट्रोल-डीजल का सवाल है तो अंतरराष्ट्रीय मार्केट में क्रूड ऑयल की कीमतें बढ़ गयी हैं। जिसकी वजह से पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतें बढ़ रही हैं। इसे किसी बड़े संकट की तरह पेश किया जा रहा है, लेकिन किसी तरह का संकट नहीं है। उन्होंने कहा कि इस मूल्यवृद्धि से जहां तक जनता का सवाल है, इसका बोझ हम जनता पर नहीं पड़ने देंगे।
बुनियादी ढांचे के विकास की बात करते हुए राजनाथ सिंह ने बताया कि यूपीए सरकार के अंतिम चार सालों में प्रतिदिन 12 किमी सड़क बन रही थी, लेकिन हमारे कार्यकाल में प्रतिदिन 27 किमी सड़क बन रही है। उन्होंने कहा कि भारत में बुनियादी सुविधाओं के विकास के कारण निवेशकों में उत्साह है।
भ्रष्टाचार के मामले पर चर्चा करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि मैं दावा नहीं करता हूं कि भ्रष्टाचार को हमने जड़ से उखाड़ दिया है, लेकिन मैं यह कहता हूं कि हमने पारदर्शी प्रक्रिया के कारण भ्रष्टाचार पर लगाम कसी है। डीबीटी सिस्टम के कारण बिचौलियों को नुकसान हुआ है और जनता को सीधा फायदा मिल रहा है। लीकेज की संभावनाएं पूरी तरह समाप्त हो गयी हैं। राजनाथ सिंह ने बताया कि इन चार सालों में दुनिया भर में जितने एकाउंट खुले हैं, उसके 65 फीसदी एकाउंट सिर्फ भारत में खुले हैं।