30 कदम चले वो दो नेता और दुनिया को मिली बड़ी राहत

तो आखिरकार बात ही बन गई. बस दो महीने पहले तक एक-दूसरे पर बम फोड़ने की धमकी देने वाले एक-दूसरे का हाथ पकड़ कर मोहब्बत, प्यार, शांति और बदलाव की बातें कर रहे थे. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग उन हाथ मिलाने के बाद जैसे ही वन टू वन बात करने के लिए कमरे के अंदर गए और दरवाजा बंद हुआ तो पूरी दुनिया की धड़कनें बढ़ गई थीं. कहीं दरवाज़ा एक मिनट बाद ही ना खुल जाए. मगर दरवाज़ा खुला पचास मिनट बाद और इसके साथ ही पूरी दुनिया ने सुकून की सांस ली
ऐसे मिले दो हाथ
वो दोनों नेता 30 कदम चले और इन तीस कदमों के साथ ही 70 साल का इंतज़ार खत्म हुआ. लाल कालीन पर पड़े इन 30 कदमों के बढ़ते ही जैसे ही उनके दो हाथ मिले, दुनिया की हलक में अटकी सांस को राहत मिल गई. तय मीटिंग प्वाइंट पर पहुंचते ही डोनाल्ड ट्रंप ने सबसे पहले किम की तरफ हाथ बढ़ाया. किम ने भी देरी नहीं की. पूरी गर्मजोशी के साथ ट्रंप के हाथ में हाथ दे दिया.
ट्रंप से पहले पहुंचकर किया इंतजार
दायां हाथ मिलाने के बाद ट्रंप ने अपने बाएं हाथ से किम के बाज़ू को थामा. ऐसा अक्सर बड़े अपने छोटों के साथ करते हैं. यूं भी किम जोंग उन की उम्र डोनाल्ड ट्रंप से करीब-करीब आधी है. ट्रंप की इसी उम्र का ख्याल करते हुए सेंटोसा द्वीप के इस होटल कपेले पर किम ट्रंप से पहले पहुंच कर उनका इंतज़ार कर रहे थे. उत्तर कोरिया में ऐसा माना जाता है कि बड़ों को इज़्ज़त देने के लिए छोटों को उनसे मिलने के लिए पहले पहुंच कर उनका इंतजार करना चाहिए.
साथ मुस्कुराए किम और ट्रंप
हाथ मिलाने के बाद दोनों ने कुछ देर बात की. उसके बाद दुनियाभर से आई मीडिया का रूख किया और एक साथ तस्वीरें खिंचवाईं. मीडिया भी इस लम्हें को कैमरे में कैद करने को बेताब थी. इसके बाद फिर दोनों मुस्कुराए और बाते करते हुए बांई तरफ बने कॉरीडोर में काफी देर तक खड़े रहे. दोनों के साथ इनके ट्रांसलेटर भी मौजूद थे. हालांकि किम स्विट्ज़रलैंड से पढ़ाई कर चुके हैं, मगर वो विदेशी राजनेताओं से अपनी ही ज़बान में बात करना पसंद करते हैं. फिर दोनों ने कॉरीडोर में चहलकदमी करते हुए उस कमरे का रूख किया जहां मीडिया उनका इंतज़ार कर रही थी.
मुलाकात से खुश थे दोनों नेता
ट्रंप की उम्मीदों को किम ने भी अपना भरोसा दिया और ये जताना भी नहीं भूले कि कितनी अड़चनों के बाद ये मुलाकात मुमकिन हो पाई है. करीब 15 मिनट के दौरान किम और ट्रंप ने दो बार हाथ मिलाए. पहली बार मिलते ही और दूसरी बार मीडिया के सामने बयान देने के बाद. इस दौरान दोनों नेता एक दूसरे को देखकर मुस्कराए भी और खिलखिलाए भी. दोनों के हाव भाव देखकर लग रहा था कि दोनों इस मुलाकात से काफी खुश हैं.
सहज दिख रहे थे किम और ट्रंप
यकीन करना मुश्किल था. क्योंकि दो महीने पहले तक एक दूसरे को धमकाने वाले नेता इस तरह मिल रहे थे और सबसे बड़ी बात ये कि ट्रंप ने इस मुलाकात से पहले कई ट्वीट करके ये कहा था कि अगर उनके मन को नहीं भाया तो वो मीटिंग बीच में ही छोड़कर चले जाएंगे. मगर ट्रंप को देखकर लगा ही नहीं कि वो असहज हैं. बल्कि वो तो हर थोड़ी देर बाद किम से या तो हाथ मिला रहे थे. या उनके कंधों पर हाथ रख रहे थे. या थम्स-अप का साइन दिखा रहे थे.
ट्रंप ने कहा- वेरी वेरी गुड
हालांकि इसके बाद मीटिंग का दौर शुरू हुआ और मीडिया कैमरों से दूर किम जोंग और ट्रंप के बीच अकेले में करीब 50 मिनट तक बंद कमरे में बातचीत हुई. इस दौरान सिर्फ उनके ट्रांसलेटर ही मौजूद थे. 50 मिनट तक चली ये बातचीत इशारा कर रही थी कि दोस्ती की ट्रेन सही ट्रैक पर है. वन-टू-वन मीटिंग खत्म होने के बाद दोनो नेता एक साथ होटल की बालकनी पर आए. इसी बीच एक पत्रकार ने सवाल पूछ लिया. कैसी रही अभी तक की मुलाकात. ट्रंप ने जवाब दिया वेरी वेरी गुड.
मीटिंग के बाद किया लंच
करीब 50 मिनट तक चली वन टू वन इस मीटिंग के बाद अब दूसरे राउंड की मीटिंग शुरू होती है. इस बार बातचीत में दोनों देशों के डेलीगेशन भी शामिल थे. दूसरे दौर की मीटिंग के बाद दोनों नेताओं ने लंच किया. लंच के बाद किम और ट्रंप लॉन में टहलते हुए भी नज़र आए. इस दौरान ट्रंप ने पत्रकारों से फिर बात की मगर डीन्यूक्लियराइज़ेशन की बात को टाल गए.
दुनिया को मिलेगी निजात
लंच के बाद दोनों नेता इस हॉल में पहुंचे. जहां कई अहम समझौते पर साइन किए गए. समझौते पर दस्तखत के बाद जब अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप से पूछा गया कि क्या वो उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग-उन को व्हाइट हाउस बुलाएंगे? इसके जवाब में ट्रंप ने कहा कि वो जरूर उन्हें बुलाएंगे. अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने परमाणु निरस्त्रीकरण पर किम जोंग-उन से समझौते पर साइन करने को लेकर संकेत दिए हैं. उन्होंने कहा जिन दस्तावेजों पर साइन किए गए हैं, उससे दुनिया को खतरनाक चीजों से निजात मिलेगी.
कामयाब रही ये मुलाकात
जिस बातचीत और मुलाकात पर पूरी दुनिय़ा नजरें गड़ाए थी वो मुलाकात भी कामयाब रही और बात भी बन गई. बातचीत का दौर खत्म के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन को अपनी लिमोजिन कार दिखाई. और फिर दोनों नेताओं का काफिला वापस अपने अपने होटल की तरफ रवाना हो गया.