Exit Polls 2018: अनुमानों से ज्यादा है BJP की उम्मीदें, राजस्थान पर टिप्पणी करने से बच रही है पार्टी

पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल अनुमानों ने भाजपा की चिंताएं तो बढ़ी हैं, लेकिन वह इनको पूरी तरह सही नहीं मान रही है। उसको भरोसा है कि मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़ में उसकी सरकारें फिर बनेंगी। हालांकि राजस्थान को लेकर भाजपा किसी भी तरह की टिप्पणी करने से बच रही है। तेलंगाना व मिजोरम में भाजपा को भले ही ज्यादा सफलता मिलती नहीं दिख रही हो, लेकिन कांग्रेस के पीछे रहने से उसे परोक्ष लाभ मिलेगा।

दरअसल इन पांच राज्यों के चुनाव नतीजों से लोकसभा चुनावों की बिसात तैयार होगी। भाजपा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मजबूती और विपक्ष में नए गठबंधन के आसार भी इन नतीजों के इर्द गिर्द रहेंगे। एग्जिट पोल असल नतीजे नहीं होते हैं, लेकिन अनुमान जरूर बताते हैं। राजनीतिक दल भी इन पर सधी प्रतिक्रिया ही जताते हैं। यह बात अलग है कि राजस्थान के एग्जिट पोल से कांग्रेस नेता ज्यादा ही उत्साहित हो गए हैं। दूसरी तरफ मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़ में उनका रुख मिला जुला रहा है।

भाजपा इन अनुमानों को ज्यादा तवज्जो नहीं दे रही है। उसका मानना है कि मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़ में उसकी ही सरकारें बनेगी। हालांकि राजस्थान को लेकर वह सशंकित है। यहां पर पार्टी यह दावा करती रही है कि वह बेहतर स्थिति में है, लेकिन अंदरूनी आकलन में भी वह बहुमत से दूर ही दिखती रही। ऐसे में एग्जिट पोल को लेकर वह ज्यादा परेशान नहीं है। हालांकि उसका मानना है कि राजस्थान में भी वह इन अनुमानों से बेहतर प्रदर्शन करेगी। भाजपा के लिए अच्छी बात यह कि तेलंगाना में टीआरएस ही आगे नजर आ रही है और मिजोरम में कांग्रेस बाहर हो रही है

लोकसभा की रणनीति पर नहीं पड़ेगा ज्यादा असर

भाजपा के एक प्रमुख नेता ने कहा है कि एग्जिट पोल व उसके बाद के असल नतीजों से भी लोकसभा की रणनीति ज्यादा प्रभावित नहीं होगी। भाजपा सभी तरह की अच्छी व बुरी परिस्थितियों को देखते हुए तैयारी करती है। इन चुनावों में उसने तेलंगाना व मिजोरम में भी उतनी ही ताकत झोंकी, जितनी की मध्य प्रदेश, राजस्थान व छत्तीसगढ़ में। हर चुनाव की एक रणनीति होती है और लोकसभा की तो विधानसभा चुनाव से एकदम अलग, उस पर इससे ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा