दिल्ली हिंसा LIVE: मामले में अबतक 22 की मौत,एक पुलिसकर्मी भी शामिल

नागरिकता संशोधन कानून का समर्थन करने वाले और विरोध करने वालों ने नॉर्थ ईस्ट दिल्ली को हिंसा की आग में झोंक दिया। नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के कई इलाकों में बीते तीन दिनों से जारी हिंसा में अब तक 22 लोगों की जान चली गई है, जिसमें एक पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। वहीं रविवार से जारी हिंसा में अब तक करीब 250 से अधिक लोग घायल हो गए हैं, जिनमें करीब 56 से अधिक पुलिस के जवान हैं। नागरिकता संशोधन कानून को लेकर नॉर्थ ईस्ट दिल्ली यानी उत्तर पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद, मौजपुर, बाबरपुर और चांदबाग में रविवार, सोमवार और मंगलवार को लगातार हिंसा हुई, जिसकी वजह से प्रशासन ने धारा 144 लगा दिया है और पुलिस की भारी तैनाती की है। आज इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट में अलग-अलग याचिकाओं पर सुनवाई है। तो चलिए जानते हैं इस मामले से जुड़े सारे अपडेट्स…

– इस मामले पर दिल्ली हाई कोर्ट में सुनवाई जारी है। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने दिल्ली के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा करने की सलाह दी है। कोर्ट ने कहा कि इससे लोगों में विश्वास पैदा होगा।

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-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक ट्वीट कर कहा कि- दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में व्याप्त स्थिति पर व्यापक समीक्षा की थी। पुलिस और अन्य एजेंसियां ​​शांति और सामान्य स्थिति सुनिश्चित करने के लिए जमीन पर काम कर रही हैं। शांति और सद्भाव हमारे लोकाचार के लिए केंद्रीय हैं। मैं दिल्ली की अपनी बहनों और भाइयों से हर समय शांति और भाईचारा बनाए रखने की अपील करता हूं। यह महत्वपूर्ण है कि शांत हो और सामान्य स्थिति जल्द से जल्द बहाल हो।

-दिल्ली हिंसा पर प्रियंका गांधी ने कहा कि मैं दिल्ली के लोगों से अपील करती हूं कि वे हिंसा न करें, सावधानी बरतें और शांति बनाए रखें। हमने उत्तर प्रदेश में अपने कार्यकर्ताओं से कहा है कि अगर यहां हिंसा फैलती है तो वे शांति बनाए रखें।

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– दिल्ली हिंसा को लेकर सोनिया गांधी ने गृह मंत्री अमित शाह का इस्तीफा मांगा है। साथ ही इस घटना के लिए केंद्र सरकार के साथ-साथ दिल्ली सरकार को भी कसूरवार ठहराया है।

-दिल्ली पुलिस ने सीलमपुर इलाके में घोषणा की: एक महीने के लिए धारा 144 लगा दी गई है। यहां कोई भी व्यक्ति नजर न आए। अभी तुम्हें प्यार से बताया जा रहा है, फिर सख्ती से बताया जाएगा। दूकानें बंद कर दो यहां।