राजस्थान में गरीब के घर के बाहर लिखवाया, मैं गरीब हूं
कोई शौक से ग़रीब नहीं होता और न ही ढिंढारो पीट कर ऐलान करना चाहता है कि वो गरीब है. राजस्थान की वसुंधरा राजे सरकार ने प्रदेश के गरीब तबके के साथ कुछ ऐसा किया है जिससे लोग बहुत नाराज़ हैं.
‘दुनिया के हर तीन गरीब में से एक भारत में’
राज्य के दौसा जिले में अधिकारियों ने बीपीएल कैटेगरी (गरीबी रेखा से नीचे) वाले परिवारों के घर के बाहर लिखवा दिया,”मैं गरीब हूं और मुझे राष्ट्रीय खाद्यान्न सुरक्षा अधिनियम (NFSA) के तहत राशन मिलता है.”
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक तकरीबन 50,000 से ज्यादा घरों के बाहर पीले रंग में पेंट कर बड़े-बड़े अक्षरों में ये बात लिख दी गई. जैसे ही ये तस्वीरें सोशल मीडिया में आईं, लोगों ने सरकार के इस कदम की आलोचना करनी शुरू कर दी.
इस बारे में फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी लोगों की तीखी प्रतिक्रियाएं देखी जा सकती हैं. स्वराज पार्टी के अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने ट्वीट किया,”अब ऐसे में क्या कहा जाए? गरीबी का ऐसा भद्दा मज़ाक या यूं कहा जाए अपमान क्या किसी भी सरकार को शोभा देता है?”
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काजल कुमार ने तंज किया,”किसी के घर के बाहर ‘मैं गरीब हूं’ लिखना ग़लत है. यह तो उसके माथे पर लिखना चाहिए.” अनीता मिश्रा ने फ़ेसबुक पर लिखा,”जैसे सरकार गरीब लोगों के घर के बाहर लिखवा रही मैं गरीब हूँ, क्यों न जनता को नेताओं के घर के बाहर लिख देना चाहिए कि मेरा नेता चोर है. बेशर्म नेता.”