जीएसटी से बेहतर हुई है रेस्त्रां इंडस्ट्री की तस्वीर: सर्वे

नई दिल्ली। जीएसटी को लेकर देश में हायतौबा मची रहती है और अकसर बिजनेस पर बुरे असर की बात कही जाती है, लेकिन जीएसटी को लेकर रेस्त्रां इंडस्ट्री से काफी सकारात्मक सोंच सामने आई है। इस मामले में रेस्त्रां इंडस्ट्री का कहना है कि जीएसटी का असर इस उद्योग पर अच्छा रहा है,लेकिन नियमनों में पूरी तरह से स्पष्टता का न होना इसमें एक बड़ी रुकावट है। यह जानकारी एक सर्वे के जरिए सामने आई है।
क्या कहता है सर्वे-
एक प्रमुख कर और सलाहकार फर्म ग्रांट थार्टन इंडिया के इस सर्वे में बताया गया है कि मुंबई और बेंगलुरू इन दो प्रमुख शहरों में संचालित होने वाले रेस्त्रां में से 70 फीसद रेस्त्रा मालिकों का मानना है कि अप्रत्यक्ष कर का यह नियम (जीएसटी) इंडस्ट्री के लिए सकारात्मक है, जबकि 68 फीसद ने माना कि तकनीकी दक्षता के बाद इसने अनुपालन को आसान बनाया है।
ग्रांट थॉर्टन का बैन एपेटाइट सर्वे मुंबई के 35 और बेंगलुरू के 29 शहरों के रेस्त्रां मालिकों और प्रमुख प्रबंधकीय लोगों से बातचीत पर आधारित है।
इस सर्वे में यह भी कहा गया कि नियमनों में अस्पष्टता को प्रमुख चिंताओं में शुमार किया गया है। साथ ही इसमें यह भी कहा गया कि जीएसटी की ही तरह नोटबंदी ने भी रेस्त्रां इंडस्ट्री पर असर डाला है। रेस्त्रां इंडस्ट्री पर नोटबंदी का सबसे ज्यादा असर बेंगलुरू में देखा गया, जहां सिर्फ एक तिहाई प्रतिक्रियादाताओं (सर्वे में हिस्सा लेने वाले लोग) ने कहा कि मुंबई के मुकाबले यहां उतना ज्यादा असर नहीं हुआ।
गौरतलब है कि भारत की रेस्त्रां इंडस्ट्री में बीते दो दशकों के दौरान तेज इजाफा देखने को मिला है और धीमी गति से इसका लगातार बढ़ना जारी है।