अमेरिका में ब्याज दर बढ़ी, सोने के भाव बढ़ेंगे

नई दिल्ली: अमेरिका में बैंक रेगुलेटर फेडरल रिजर्व (Federal Reserve) ने ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर दी है। फेडरल रिजर्व ने 0.25 फीसदी बढ़ोतरी की है। ये बढ़ोतरी श्रम बाजार की स्थितियों और महंगाई (inflation) को ध्यान में रखते हुए की गई है। फेडरल रिजर्व ने ब्याज दर 1.5 फीसदी से बढ़ाकर 1.75 फीसदी कर दी है। फेडरल रिजर्व के अधिकारियों को उम्मीद है कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था इस साल और अगले साल तेज गति से बढ़ेगी। फेडरल रिजर्व के इस कदम का शेयर बाजार पर कोई फर्क नहीं पड़ा। सेंसेक्स (Sensex) सुबह हरे निशान में ट्रेड कर रहा था। ज्वेलर कुमार जैन के मुताबिक फेड के इस कदम के बाद से सोने (Gold Price) की कीमतों में तेजी आएगी। अमेरिका में गोल्ड रिजर्व ज्यादा है। उनके मुताबिक आगे सोने में मंदी नहीं दिख रही है। आज अंतराष्ट्रीय स्तर पर सोने की कीमतों में तेजी आई।
भारत पर असर
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के कैपिटल मार्केट स्ट्रैटेजी के प्रमुख वीके शर्मा के मुताबिक कमेटी के सदस्यों ने इस साल 2 बार और बढ़ोतरी का मत रखा है। FOMC कमेटी के 7 सदस्यों में से 4 ने ब्याज दर बढ़ाने की सहमति दी है। फेडरल रिजर्व के मुताबिक बेरोजगारी की दर 2019 में 4 फीसदी से घटकर 3.6 फीसदी होगी। वीके शर्मा के मुताबिक ये कदम शेयर बाजार (Share Market) के लिए न्यूट्रल और सकारात्मक है। उनके मुताबिक ब्याज दर बढ़ने के बावजूद रियल इंटरेस्ट रेट अभी भी निगेटिव है। शर्मा ने कहा कि 2019 में 3 बढ़ोतरी से चिंता करने की जरुरत नहीं है। इस बढ़ोतरी से रिजर्व बैंक पर बढ़ोतरी का दबाव नहीं पड़ेगा।
इकोनॉमी की ये चाल रहेगी
फेडरल रिजर्व के अनुमान के मुताबिक साल 2018 में अमेरिकी अर्थव्यवस्था 2.7 फीसदी की दर से बढ़ेगी और 2019 में यह 2.4 फीसदी रहेगी। हाल ही में अमेरिका में निर्माण, खुदरा तथा विनिर्माण क्षेत्रों में नौकरी गतिविधियां बढ़ने से फरवरी महीने में रोजगार में उल्लेखनीय वृद्धि हुई थी। कंपनियों ने शुद्ध रूप से गैर- कृषि क्षेत्रों में 313,000 लोगों को रोजगार दिया था जो जुलाई 2016 के बाद किसी एक महीने में नई नौकरियों में यह सर्वाधिक बढ़ोतरी थी। रोजगार विभाग ने मासिक रिपोर्ट में कहा कि नियोक्ताओं ने पिछले महीने शुद्ध रूप से 313,000 लोगों को गैर- कृषि क्षेत्रों में रोजगार दिया। वहीं बेरोजगारी दर 4.1 प्रतिशत पर स्थिर बनी हुई है। आंकड़े के अनुसार खनन, विनिर्माण तथा वाहन क्षेत्रों ने 1,00,000 नये रोजगार सृजित किये। सार्वजनिक क्षेत्र में 26,000 लोगों को रोजगार मिले।