वन अमले ने रातों रात उठाई हनुमानजी की मूर्ति, गांव वालों ने बंद किया हुक्का-पानी
ग्वालियर। सोन चिरैया अभ्यारण्य में आने वाले नलकेश्वर क्षेत्र से वन अमले ने शनिवार-रविवार की दरमियानी रात हनुमानजी की प्रतिमा को हटा दिया। उधर वन विभाग की इस कार्रवाई से खफा होकर गांव के लोगों ने वन अमले का हुक्का-पानी बंद करने का निर्णय कर लिया है। गांव वाले इस मामले को लेकर सोमवार को डीएफओ को ज्ञापन सौंपकर मूर्ति वापस करने की मांग रखेंगे।
जानकारी के अनुसार जिला मुख्यालय से लगभग 25 किलोमीटर दूर सोन चिरैया अभ्यारण्य क्षेत्र में गांव के लोगों ने लगभग 2 साल पहले नलकेश्वर क्षेत्र में लगभग ढाई फीट की हनुमानजी की प्रतिमा स्थापित कर दी थी। ग्राम पंचायत लखनपुरा,पवा व आसपास के लोगों ने यहां पूजा-पाठ के लिए एक पुजारी महेशदास बाबा को भी रख दिया था। एक दो बार वन अमले के स्थानीय अधिकारियों ने इस तरह से वन क्षेत्र में मूर्ति रखने पर एतराज भी जताया था,लेकिन गांव वालों के दबाव में मामला आया गया होता रहा।
मंदिर बनाने की थी तैयारी
गांव वाले 11 अप्रैल को हनुमान जयंती पर यहां मंदिर बनाने की तैयारी में थे। इस बात की भनक कहीं से गेम रेंजर तिघरा श्रीलाल शर्मा को लग गई। उन्होंने इस मामले की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दी। प्रभारी डीएफओ पीपी टिटारे ने इस मामले में एक टीम गठित कर रातों-रात मूर्ति हटवाने की रणनीति बनाई।
विवाद से बचने रात में हटाई मूर्ति
सूत्रों के अनुसार प्रभारी डीएफओ के निर्देश पर एसएएफ जवानों के साथ लगभग 40 सदस्यीय वन अमले को प्रभारी अधीक्षक सोन चिरैया अभ्यारण्य बलवंत सिंह चौहान को शनिवार-रविवार की दरमियानी रात भेजा गया। वन अमला तड़के ही इस मूर्ति को लेकर आ गया।
सुबह मूर्ति और पुजारी गायब मिले
जंगल का क्षेत्र होने के कारण गांव के लोग यहां लगभग 10 बजे के करीब पहुंचे। पता चला कि वहां न मूर्ति है और गांव वालों द्वारा तैनात पुजारी महेश दास है। गांव वालों ने जब पड़ताल की तो स्थानीय वन अमले ने ही उन्हें बता दिया कि वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर उन्होंने मूर्ति उठवा ली है। वन अमले ने उन्हें यह भी आश्वस्त किया कि वह मूर्ति को पूरे सम्मान के साथ लेकर आए हैं और डिपो में सुरक्षित रखवा दिया है।
गांव वालों ने किया हुक्का-पानी बंद करने का निर्णय
हनुमान जयंती से दो दिन पूर्व मूर्ति हटवाए जाने से खफा गांव वालों ने पूर्व जनपद सदस्य जसवंत सिंह गुर्जर की अगुवाई में एक पंचायत बुलाई। पंचायत में मुंशी सिंह गुर्जर ग्राम छिकारी,सुल्तान सिंह गुर्जर ग्राम गोठपुरा,गब्बर सिंह सरपंच गोठपुरा,रघुवर सिंह पूर्व सरपंच लखनपुरा,हिमाचल सिंह फतेह सिंह का पुरा प्रमुख रूप से शामिल रहे। इन सभी ने निर्णय किया कि ग्राम पंचायत लखनपुरा व आसपास की पंचायतें अब इस क्षेत्र में वन अमले को दूध,पानी,जरूरत पड़ने पर आटा या अन्य सामान नहीं देंगे। यहां तक की वाहन पंचर होने पर उनकी रिपेयरिंग भी नहीं की जाएगी। गांव वाले सोमवार को दोपहर 12 बजे इस मामले में अपनी बात रखने वन मंडल कार्यालय ग्वालियर भी आएंगे।