कन्या छात्रावास में सीसीटीवी कैमरे बंद कर बाहरी पुरुषों को बुलाती थी अधीक्षिका, हुई सस्पेंड

छात्राओं ने लगाए थे गंभीर आरोप,लड़कियों को बिना अनुमति ली जाती थी बाहर, खाने में दिया जाता था नशीला पदार्थ
इंदौर। इंदौर से पैतीस किलोमीटर दूर स्थित चोरल के आदिवासी कन्या छात्रावास की अधीक्षिका शिल्पा गौड़ छात्राओं की सुरक्षा को ताक पर रखकर बाहर के पुरुषों को छात्रावास में बुलाती थी। बिना अनुमति छात्राओं को बाहर ले जाने दिया जाता था। पुरुषों के छात्रावास में आगमन के समय सीसीटीवी कैमरे भी बंद रखे जाते थे।
छात्रावास की दो छात्राओ की शिकायत पर हुई जांच के बाद आरोप प्रमाणित पाए गए। जांच के बाद राज्य शासन ने शिल्पा को निलंबित कर दिया है।
दो छात्राओं ने अधीक्षिका को लेकर जिला प्रशासन को शिकायत की थी। कलेक्टर के निर्देश पर सोमवार को एसडीएम महू चरणजीत हुड्डा और आदिम जाति कल्याण विभाग की टीम ने होस्टल की जांच की। जांच के बाद शिकायत में पाए गए आरोप सही मिले और शिल्पा को निलंबित कर उन्हें शासकीय संभागीय आवासीय स्कूल मोरोद में अटैच किया गया है।
बंद मिले सीसीटीवी कैमरे
छात्राओं की शिकायत थी, अधीक्षिका जब बाहर के पुरुषों को होस्टल बुलाती थी तब सीसीटीवी कैमरे बंद कर देती थी। जांच में होस्टल के अधिकांश कैमरे बंद मिले। छात्राओं का कहना है अधीक्षिका की मौजूदगी में पुरुष होस्टल में ही शराबखोरी भी करते हैं। छात्राओं से खुद के कपड़े धुलवाने का आरोप भी अधीक्षिका पर है। छात्राओं द्वारा शिकायत करने पर अधीक्षिका ने दोनों को होस्टल से निकाल दिया है।
बिना अनुमति होस्टल से गायब
अधीक्षिका छात्राओं की सुरक्षा को ताक में रखकर बिना अनुमति होस्टल से गायब रहती थी। इसके अलावा छात्राओं को भी बाहर ले जाती थी। होस्टल में खाना बनाने वाले कर्मचारियों पर बाहर के पुरुषों को खाना खिलाने का दबाव बनाती थी। इसके अलावा, बच्चियों को खाने में नशीला पदार्थ देने, अन्य पुरुषों के साथ जबरदस्ती खाना खाने का दबाव बनाने के आरोप भी छात्राओं ने लगाए हैं।
गंभीर अनियमितताएं मिलने पर अधीक्षिका को किया सस्पेंड
चोरल के आदिवासी कन्या छात्रावास में छात्राओं की सुरक्षा से जुड़ी गंभीर शिकायत मिली थी। प्रारंभिक जांच में गंभीर अनियमितताएं मिलने पर अधीक्षिका शिल्पा गौड़ को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड किया गया है। –आशीष सिंह, कलेक्टर