काशी में इस पेड़ पर रहते हैं हजारों भूत-प्रेत! जानें पिशाच मोचन कुंड की मान्यता

काशी महादेव की नगरी है. ऐसी मान्यता है कि यहीं से भगवान शिव ने सृष्टि रचना का प्रारम्भ किया था. धार्मिक मान्यता है कि यहां जो इंसान अंतिम सांस लेता है उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है इसीलिए कई लोग अपने अंतिम समय में काशी में ही आकर बस जाते हैं. मान्यता है कि काशी…

Read More

इंदिरा एकादशी पर पूजा में शामिल करें ये 3 फूल, लक्ष्मी-नारायण का मिलेगा आशीर्वाद, पितृ दोष से भी पाएंगे मुक्ति!

हिन्दू धर्म में एकादशी तिथि का विशेष महत्व बताया गया है, वहीं अश्विन माह में आने वाली एकादशी को इंदिरा एकादशी के नाम से जाना जाता है. इस बार यह एकादशी 28 सितंबर को पड़ रही है. इस दिन संसार के कर्ताधर्ता श्रीहरि भगवान विष्णु और धन की देवी माता लक्ष्मी की पूजा की जाती…

Read More

इस मंदिर से भरत जी सिर में रखकर अयोध्या लाए थे प्रभु श्री राम की चरण पादुका

धर्म नगरी चित्रकूट भारतीय संस्कृति और धार्मिक आस्था का महत्वपूर्ण केंद्र है. यह स्थान भगवान राम के वनवास का एक प्रमुख हिस्सा रहा है. वनवास काल के दौरान प्रभु श्री राम ने यहां साढ़े ग्यारह वर्ष बताया था. ऐसे में आज हम चित्रकूट में बने एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं….

Read More

इस नीले फूल का उपाय बदल सकता है आपकी किस्मत, जल्द मिलेगी नौकरी, आर्थिक तंगी भी होगी दूर!

हर पूजा-पाठ में फूलों का खास महत्व होता हैं. देवी-देवताओं की आराधना में उन्हें फूल अर्पित करने से वो प्रसन्न होते हैं. कई फूल-पौधे देवताओं को विशेष रूप से प्रिय होते हैं. इनमें से एक है अपराजिता फूल, जिसे विष्णुकांता फूल भी कहा जाता है. इस फूल का इस्तेमाल कई ज्योतिष उपायों में भी किया…

Read More

धरती पर मानव रूप में जीवित हैं परशुराम, महादेव से मिला था चिरंजीवी का वरदान, 7 अमर लोगों में से हैं एक

हिन्दू धर्म में भगवान परशुराम को श्रीहरि विष्णु का छठवां अवतार माना जाता है. वे महादेव के अनन्य भक्तों में से एक थे और उनकी गाथा सतयुग से लेकर कलयुग तक सुनने को पढ़ने को मिलती हैं. पौराणिक कथाओं के अनुसार, परशुराम का जन्म ऋषि-मुनियों की रक्षा के लिए हुआ था. बेहद क्रोधी स्वभाव वाले…

Read More

पितृपक्ष में पशु-पक्षियों को दें भोजन

हिंदू धर्म की मान्यता के अनुसार पितृपक्ष के 16 दिनों तक हमारे पूर्वज धरती पर आकर हमें आशीर्वाद देते हैं। ये पितृ पशु पक्षियों के माध्यम से हमें देखने आते हैं। जिन जीवों तथा पशु पक्षियों के माध्यम से पितृ आहार ग्रहण करते हैं वो हैं – गाय, कुत्ता, कौवा और चींटी। श्राद्ध के समय…

Read More

यहां बाल रुप में विराजमान हैं पवनपुत्र

हनुमान जी अपने नाम के अनुरुप ही भक्तों के संकटों को दूर करते हैं। आस्था और सच्ची भक्ति के आगे स्वयं भगवान भी नतमस्तक हो जाते हैं और अपने प्रिय भक्त को संसार का हर सुख देने को आतुर रहते हैं। महाबली हनुमान की भक्ति भी ऐसी ही है। तभी तो प्रभु श्री राम ने…

Read More

वास्तुशास्त्र के अऩुसार करें रसोईघर और शौचालय का निर्माण

हमेशा अपने घर को बनाते समय वास्तु का ध्यान रखें क्योंकि अगर ऐसा नहीं होगा तो हमें घर में भी सुख शांति नहीं मिल पाएगी और सफलता की संभावनाएं भी कम होने लगेंगी। प्राचीन समय में वास्तु शास्त्र का ध्यान रखा जाता था। वास्तु शास्त्र निर्माण की हर कमी का अध्ययन करता है। जिस प्रकार…

Read More

इस प्रकार बनायें दिन को बेहतर

अगर आप अपना दिन बेहतर बिताना चाहते हैं तो इसके लिए अच्छी शुरुआत करें। अक्सर हम अपने आसपास की ढेर सारी बातों को अनदेखा कर देते हैं, लेकिन इनका हम पर सीधा असर पड़ता है। वास्तुशास्त्र में कुछ उपाय बताए गए जिन्हें अपनाकर आप अपनी सुबह के साथ ही पूरे दिन को बेहतर बना सकते…

Read More

पिंडदान क्यों है जरूरी

सनातन धर्म में मान्यता है कि अगर पितरों की आत्मा को मोक्ष नहीं मिला है, तो उनकी आत्मा भटकती रहती है। इससे उनकी संतानों के जीवन में भी कई बाधाएं आती हैं, इसलिए गया जाकर पितरों का पिंडदान जरूरी माना गया है। हिंदू धर्म में पितृपक्ष के दौरान पिंडदान किया जाता है। इस समय अपने…

Read More