मां विंध्यवासिनी की 4 रूपों में देती है भक्तों को दर्शन, धर्म, अर्थ, काम व मोक्ष की होती है प्राप्ति

गंगा के तट पर स्थित विंध्य पर्वत पर विराजमान मां विंध्यवासिनी का धाम विशेष महिमा रखता है. यहां भक्तों को मां चार अलग-अलग रूपों में दर्शन देती हैं. इन रूपों के अनुसार भक्तों को धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष की प्राप्ति होती है. लाखों श्रद्धालु मां के दर्शन के लिए विन्ध्यधाम पहुंचते हैं, जहां करुणामयी…

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पितृ दोष करना है दूर? तो यहां करें पिंडदान, पटरी पर लौट आएगी जिंदगी!

पितृपक्ष के दौरान पूर्वजों के पिंडदान किए जाते हैं. कुछ जगहें इसलिए ही प्रसिद्ध हैं क्योंकि वहां पिंडदान करने से विशेष फल मिलते हैं. गया और प्रयागराज में पिंडदान करना चाहिए, ऐसा आपने बहुत बार सुना होगा. लेकिन आप चाहें तो यूपी में एक और जगह पिंडदान कर सकते हैं. वो है मिर्जापुर. आइए जानते…

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मंदिर हनुमान जी का लेकिन मूर्ति महादेव की… जानिए क्यों प्रसिद्ध है पंचमुखी हनुमान मंदिर

अकसर आपने सुना होगा कि जो मंदिर जिस नाम से जाना जाता है उस मंदिर में उसी भगवान की मूर्ति स्थापित हुई होती है. लेकिन सुल्तानपुर शहर में एक मंदिर की कहानी कुछ अन्य मंदिरों से इतर है. सुल्तानपुर शहर में स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर की कहानी शायद आपको हैरान कर दे. यह मंदिर डाक…

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भगवान को बहुत प्रिय है ये पेड़, लक्ष्मी का है प्रतीक, घर में लगाने से बनी रहती है सुख-समृद्धि, सेहत के लिए भी रामबाण

शहर के दिल में बसा, बाकरगंज की भीड़भाड़ से घिरा, एक ऐसा पेड़ खड़ा है जो समय की हर आंधी को झेलते हुए आज भी अपनी शान में कायम है. भीखमदास ठाकुरबाड़ी के आंगन में खड़ा यह मौलसरी का पेड़ न केवल 200 वर्षों से पटना की धरती पर अपनी जड़ें जमाए हुए है, बल्कि…

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आज भी धरती पर विचरण करते हैं संत कृपाचार्य, 7 चिरंजीवियों में से माने जाते हैं एक, जो थे कौरवों और पांडवों के गुरू

महाभारत के युद्ध की गाथा हर कोई जानता है. इसके अलावा पांडवों और कौरवों के बारे में भी सभी जानते हैं. गुरू कृपाचार्य महर्षि गौतम शरद्वान के पुत्र थे और वे पांडवों और कौरवों दोनों के गुरू भी थे. हालांकि, यह बात अलग है कि उन्होंने युद्ध कौरवों की ओर से लड़ा था लेकिन एक…

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पहाड़ी पर स्थित है देवी जीवदानी का मंदिर, यहीं पर पांडव ने भी की थी माता की अराधना

नयगांव के अलावा विरार में भी एक मंदिर है. जिसका इतिहास महाभारत काल से जुड़ा हुआ है. मां जीवदानी का मंदिर विरार में जीवदानी नामक पहाड़ी पर स्थित है. यह पहाड़ विरार का सबसे महत्वपूर्ण स्थल है. यह देवी जीवदानी के अपने एकमात्र मंदिर के लिए पूरे देश में प्रसिद्ध हैं, यहां माता के दर्शन…

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आस्था और इतिहास का संगम है भारेश्वर मंदिर, महाभारत काल में भीम ने की थी शिवलिंग की स्थापना

भारत एक ऐसा देश है जिसका इतिहास, संस्कृति और कथाएं वैश्विक स्तर पर चर्चा का केंद्र बनी रहती हैं. ऐसी ही एक प्राचीन कथा है जो पांडवों की आस्था से जुड़ी हुई है. चंबल घाटी में स्थित भारेश्वर महादेव मंदिर का इतिहास महाभारत काल से जुड़ा हुआ है. मान्यता है कि अज्ञातवास के दौरान भीम…

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ऐसे हुई श्राद्ध पक्ष की शुरुआत, सबसे पहले महाराज युधिष्ठिर ने किया, अग्नि देव से भी है इसका संबंध

पितृ पक्ष भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा से शुरू होता है और सर्वपितृ अमावस्या तक चलता है. पितृपक्ष इस बार 17 सितंबर से शुरू हो चुके हैं और 2 अक्तूबर तक चलेंगे. पितृपक्ष में किए गए तर्पण से पूर्वजों का आशीर्वाद मिलता है और घर में हमेशा सुख-शांति बनी रहती है. लेकिन क्या…

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भगवान की मूर्ति का गिरना, खंडित होना किस बात का संकेत? क्या होने वाला है कोई अपशकुन

हिंदू धर्म में पूजा-पाठ का विशेष महत्व है. यहां घर-घर में एक पूजा घर या पूजा करने का खास स्थान जरूर होता है. कुछ लोग हर दिन अपनी श्रद्धा भक्ति के अनुसार पूजा करते हैं तो कुछ लोग सुबह या शाम के समय दीपक जरूर जलाते हैं. हर पर्व-त्योहार में लोग अपने घर के मंदिर…

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400 नदियों का पानी और 7 देशों का पत्थर… भारत में नहीं, यहां है दुनिया का सबसे बड़ा हिंदू मंदिर

दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा हिंदू मंदिर भारत में नहीं है, बल्कि अमेरिका के न्यू जर्सी शहर में स्थित है. न्यू जर्सी शहर न्यूयॉर्क सिटी के पास है. यह दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर जैसा बनाया गया है. सबसे खास बात यह है कि इसे बनाने के लिए 7 देशों के पत्तथरों का इस्तेमाल किया गया…

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