26 साल की हुई साधना-शिवराज की प्रेमकहानी, फिल्मी अंदाज में फिदा हो गए थे CM

भोपाल। ‘न-न करते प्यार तुम्हीं से कर बैठे, करना था इनकार मगर इकरार तुम्हीं से कर बैठे’, ये प्रसिद्ध फिल्मी गीत सूबे के मुखिया शिवराज सिंह और उनकी पत्नी साधना सिंह की प्रेमकहानी पर पूरी तरह फिट बैठता है। एक सुखी वैवाहिक जोड़े के रूप में जिंदगी के 26 बसंत देख चुके सीएम शिवराज और साधना सिंह की लवस्टोरी की शुरूआत कुछ इसी अंदाज में हुई थी।

5 मई 1992 को विवाह के बंधन में बंधे सीएम शिवराज सार्वजनिक जीवन में होने की वजह से विवाह नहीं करना चाहते थे। उनकी इस जिद के आगे उनके पिता भी हिम्मत हार चुके थे और उनके भाई-बहनों की शादी करने की तैयारी करने लगे थे। लेकिन, होनी ने शिवराज की किस्मत में साधना सिंह के रूप में एक मुकम्मल साथी लिख रखा था।

शादी के लिए ऐसे राजी हुए थे सीएम शिवराज
जब शिवराज करीब 33 साल के थे उस वक्त उनके न-न करने के बावजूद उनकी बहन इस बात के लिए अपने भाई के पीछे पड़ गई और परिवार सहित उन्हें गोंदिया के मतानी परिवार की बेटी साधना को देखने के लिए ले गईं। साधना के माता-पिता पहले से ही शिवराज को पसंद कर चुके थे। जबकि एक नेता की सादा मिजाजी साधना को भी रास आ गई और उन्होंने भी शिवराज को अपना हमसफर बनाने का फैसला ले लिया।

साधना को देखकर शिवराज के दिल का हाल भी कुछ अलग नहीं था। परिवार के दबाव में हुई इस पहली मुलाकात में ही ‘शिव’ के दिल पर साधना का ‘राज’ हो गया। शादी तय होने के बाद शिवराज सिंह ने अपने दिल का हाल बयां करने के लिए साधना को पत्र भी लिखा। उन्होंने इन पत्रों के माध्यम से साधना को ये भी बताया कि सार्वजनिक जीवन में होने की वजह से साधना को वैवाहिक जीवन में कुछ मुश्किलें भी हो सकती हैं। लेकिन, उनकी जीवनसंगिनी बनने वाली साधना ने इन सभी चीजों को बिल्कुल उसी तरह जीवन में उतार लिया जैसा कि खुद सीएम शिवराज करते हैं।

यही वजह है कि शादी के 26 बरस बाद भी ये राजनीतिक जोड़ा जीवन के हर पल में कदमताल मिलाता हुआ एक-दूसरे के साथ खड़ा नजर आता है। सार्वजनिक जीवन में अपने व्यक्तिगत जीवन को साधने वाला और दोनों पक्षों को साथ लेकर चलने वाला ऐसा उदाहरण भारतीय राजनीति में कम ही मिलता है।