उम्मीदें 2019: ब्रेग्जिट के बाद भारतीयों के लिए ब्रिटेन में मौके बढ़ेंगे

हाल में ब्यूनस आयर्स में संपन्न जी-20 देशों की बैठक से इतर ट्रंप और शी जिनपिंग के बीच हुई शांति वार्ता से पूरी दुनिया ने राहत की सांस ली। उम्मीद है कि दोनों देशों के बीच शुल्क दरों को लेकर छिड़ी जंग इस साल खत्म हो जाएगी।

‘ब्रेग्जिट करार के तहत ब्रिटेन 29 मार्च तक यूरोपीय संघ से अलग होगा। ब्रिटेन को यूरोपीय संघ के 39 अरब पाउंड चुकाने पड़े थे। इस करार में ब्रिटेन के लिए आयरलैंड के साथ सीमा मुद्दा भी बड़ी चिंता है।

‘ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से हटने के बाद दुनिया के व्यापार में ईयू का हिस्सा 22 से घटकर 18.2% हो जाएगा। इसकी अर्थव्यवस्था 17% छोटी हो जाएगी। ईयू के जीडीपी में फ्रांस का हिस्सा 18% हो जाएगा।

अमेरिकी राष्ट्रपति और दक्षिण कोरिया के प्रयास के बाद उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग अपने यहां परमाणु हथियारों से मुक्ती पर सहमत हुए हैं। उम्मीद है कि 2019 में उत्तर कोरिया परमाणु हथियार खत्म कर देगा।

ब्रिटेन मार्च में यूरोपीय संघ से अलग होगा। ऐसे में ब्रेग्जिट के बाद भारतीय छात्रों और पेशेवरों के लिए मौके बढ़ेंगे। यूरोपीय संघ से अलग होने के बाद ब्रिटेन में व्यक्ति का कौशल महत्वपूर्ण होगा, न कि वे किस देश से आते हैं। इसके साथ ही भारतीयों को भी यूरोपीय नागरिकों के बराबर माना जाएगा। .

इमरान खान-
पाकिस्तान के लिए 2019 में आर्थिक संकट से उबरना बड़ी चुनौती होगी। पाक के सामने कर्ज में डूबी अर्थव्यवस्था को बचाना बड़ी बाधा है। .

इब्राहीम मोहम्मद-
मालदीव में भारत समर्थक इब्राहीम मोहम्मद सोलिह के राष्ट्रपति बनने से काफी उम्मीदें हैं। सोलिह से उम्मीद है कि वह चीनी परियोजनाओं को भी बंद करेंगे।

रानिल विक्रमसिंघे-
श्रीलंका के प्रधानमंत्री पद पर वापस लौटने वाले रानिल विक्रमसिंघे के लिए राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना के साथ सामंजस्य बैठाना एक चुनौती होगा।