मेजर गोगोई को सेना प्रमुख के समर्थन पर रक्षा विशेषज्ञों की है ये राय
सेना प्रमुख बिपिन रावत द्वारा मेजर लीतुल गोगोई का बचाव करने का समर्थन करते हुए रक्षा विशेषज्ञों ने उनकी सराहना की है। उनका कहना है कि इस तरह की चीजें भारतीय सेना का मनोबल बढ़ाती हैं। आपको बता दें कि कश्मीर में संसदीय उपचुनाव के दौरान एक पत्थरबाज को जीप के आगे बांध कर पोलिंग स्टाफ की जान बचाने वाले मेजर गोगोई का बचाव करते हुए सेना प्रमुख ने कहा था कि यह एक छद्म युद्ध है और छद्म युद्ध हमेशा गंदा होता है। जम्मू-कश्मीर में भारतीय सेना इसका सामना कर रही है, जिससे निपटने के लिए नए-नए तरीके ढूंढने की जरूरत है।
रक्षा विशेषज्ञ मेजर जनरल (रिटायर्ड) पी के सहगल ने कहा कि वह पूरी तरह से सेना प्रमुख के बयान के साथ हैं। उन्होंने कहा, ‘परिस्थिति बिल्कुल अलग थी और हो सकता है कि यही एक रास्ता हो। वह इस नए तरकीब के साथ सामने आए। शुक्र है कि वह सफल रहे। इस फैसले से कई लोगों की जानें बच गईं। सेना प्रमुख के लिए यह कहना बहुत जरूरी था, क्योंकि इससे सेना का मनोबल बढ़ता है और इससे समाज में एक कड़ा संदेश भी जाता है। मैं पूरी तरह से इसके समर्थन में हूं।’
वहीं रक्षा विशेषज्ञ विंग कमांडर (रिटायर्ड) प्रफुल बख्शी ने कहा कि इस तरह की असाधारण परिस्थिति के लिए एक असाधारण तरकीब की जरूरत होती है और मेजर गोगोई इससे बखूबी निपटे। बख्शी ने कहा, ‘उन्होंने (सेना प्रमुख) सही बयान दिया है। यह सच है कि असाधारण परिस्थिति के लिए एक असाधारण समाधान की जरूरत होती है। मेजर गोगोई ने जो किया है वो एक असाधारण तरकीब है। एक सामान्य अधिकारी इसके बारे में नहीं सोच सकता। वह इससे बखूबी निपटे और उन्होंने बिना किसी फायरिंग या बुलेट के बिल्कुल एक ‘क्लीन’ एक्शन लिया। मेरा व्यक्तिगत तौर पर मानना है कि उन्होंने जो किया है, उसके लिए एक बड़ा सम्मान मिलना चाहिए।’