धोनी ने छोड़ दिया था शाहिद अफरीदी का कैच, नेहरा ने दी थी गाली..?

आशीष नेहरा न्यूजीलैंड के खिलाफ 1 नवंबर को होने वाले टी-20 मैच के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह देंगे. 1999 में करियर का पहला मैच खेलने वाले बाएं हाथ के तेज गेंदबाज नेहरा 17 टेस्ट, 120 वनडे और 26 टी-20 मैच खेल चुके हैं. जोशीले नेहरा के 18 साल के करियर के दौरान ऐसा भी एक वाकया आया, जब वे अपने खेल की वजह से नहीं, बल्कि गुस्से की वजह से सुर्खियों में आए.
दरअसल, यह वाकया उन दिनों का है, जब महेंद्र सिंह धोनी भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान नहीं थे. 2005 में पाकिस्तान की टीम भारत में 6 वनडे मैचों की सीरीज खेल रही थी. उस सीरीज का चौथा वनडे 12 अप्रैल को अहमदाबाद में खेला गया. उस मैच में आशीष नेहरा ने धोनी को गाली दी थी. लेकिन, गाली सुनने के बाद भी धोनी खामोश रहे थे.
हुआ यूं था कि भारत ने पहले खेलते हुए 315/6 रन का बड़ा स्कोर खड़ा किया था. सचिन तेंदुलकर ने 123 रनों की बेहतरीन पारी खेली थी. पाकिस्तान की ओर से सलमान बट और शाहिद आफरीदी उस विशाल लक्ष्य का पीछा करने उतरे. लेकिन पारी के चौथे ओवर की आखिरी गेंद पर धोनी ने अफरीदी का कैच छोड़ दिया. वह गेंद नेहरा की थी.
उस वक्त पाकिस्तान का स्कोर 22/0 था, अफरीदी 10 रन पर थे. कैच छूटने पर नेहरा को काफी गुस्सा आया और उन्होंने धोनी को गाली देकर कैच छोड़ने के लिए कोसा. हालांकि, तब नेहरा को यह उम्मीद नहीं रही होगी कि वह जिसे गाली दे रहे हैं, भारतीय टीम के अगले ‘कैप्टन कूल’ होंगे.
यकीन मानिए धोनी तब भी कूल रहे. उन्होंने नेहरा का कोई जवाब न देकर खामोश रहना ही बेहतर समझा था. तब उनकी कूल छवि वाली बेहतरीन झलक देखने को मिली. लेकिन नेहरा का वह ‘रौद्र रूप’ वीडियो में कैद हो गया, जो आज भी सोशल मीडिया पर वायरल है.
अफरीदी ने उस मुकाबले में 23 गेदों में ताबड़तोड़ 40 रन बना डाले थे. आखिरकार लक्ष्मीपति बालाजी उन्हें सचिन के हाथों लपकवाने में कामयाब रहे थे. जबकि नेहरा को उस मैच में एक भी सफलता नहीं मिली. उन्होंने 9 ओवर में 75 रन दे डाले. भारत ने वह मुकाबला तीन विकेट से गंवा दिया. और पाकिस्तान ने सीरीज में 2-2 से बराबरी हासिल कर ली थी.