बोले गौर- मैं होता तो जिम्मेदारों को प्रताड़ित करता, वकीलों ने केस लड़ने से किया इंकार

भोपाल। 31 अक्टूबर की रात भोपाल में गैंगरेप का शिकार हुई पीड़िता के समर्थन में आए वकीलों ने अपराधियों को केस लड़ने से इंकार कर दिया है। गैंगरेप की घटना पर जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश व्यास की तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा है कि, राजधानी का कोई भी वकील गैंगरेप के आरोपियों की पैरवी नहीं करेगा।

-गैंगरेप की घटना से वकील समुदाय दुखी एवं आहत है। इस पूरी घटना से वकीलों में बहुत आक्रोश है। राजधानी के अधिकांश वकील गैंगरेप के आरोपियों की पैरवी करने के खिलाफ है। मैं भी जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं स्टेट बार काउंसिल मेंबर होने के नाते राजधानी के अधिवक्ताओं से आग्रह करता हूं कि वह ऐसे नीच कुकर्मी जघन्य अपराध करने वाले अभियुक्तों की ओर से पैरवी करने से इंकार करें।

राजेश व्यास एडवोकेट, अध्यक्ष जिला बार एसोसिएशन भोपाल एवं मेंबर स्टेट बार कौंसिल जबलपुर मध्य प्रदेश
मैं गृहमंत्री होता तो जिम्मेदार अफसरों को सस्पेंड कर देता
इस मामले में प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री बाबूलाल गौर ने कहा है कि, पुलिस ने इस गंभीर मुद्दे में घोर लापरवाही बरती है।

मैं इस वक्त प्रदेश का गृहमंत्री होता तो सभी जिम्मेदार अफसरों को प्रताड़ित करता, इसके बाद सस्पेंड कर देता। हालांकि सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए अच्छा एक्शन लिया है।