भोपाल गैंगरेप: कोई वकील नहीं करेगा आरोपियों की पैरवी..!

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में यूपीएससी की तैयारी कर रही छात्रा के साथ गैंगरेप मामले के आरोपियों की कोई वकील पैरवी नहीं करेगा. पुलिस ने इस मामले में चार लोगों को आरोपी बनाया है और अब तक तीन आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है.

बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश व्यास ने ऐलान किया है कि राजधानी का कोई भी वकील गैंगरेप के आरोपियों की पैरवी नहीं करेगा. अध्यक्ष व्यास ने शनिवार को बार एसोसिएशन के फैसले की जानकारी देते हुए घटना की कड़ी निंदा भी की है.

क्या है मामला…!
राजधानी में प्रशासनिक परीक्षा की कोचिंग करने आई एक युवती को कुछ दरिंदों ने अपनी हवस का शिकार बना डाला. प्रारंभिक तौर पर पुलिस की लापरवाही के चलते आरोपी दो दिन बाद पकड़े जा सके.

पुलिस के अनुसार, मंगलवार की रात पूजा (काल्पनिक नाम) कोचिंग से अपने कमरे को लौट रही थी. इसके लिए उसने हबीबगंज रेलवे स्टेशन के पास से बना अस्थायी रास्ता पकड़ा. आमतौर पर लोग रेल पटरी को पारकर इस रास्ते से जाते हैं.
पुलिस के मुताबिक, जब पूजा रेल पटरी पार कर रही थी, तभी चार युवक उसे पकड़कर झाड़ियों में ले गए और अपनी हवस का शिकार बना डाला. युवती के माता-पिता दोनों पुलिस में हैं और भोपाल से बाहर पदस्थ हैं.

तीन थाना प्रभारी और दो SI सस्पेंड, सीएसपी को भी हटाया
राजधानी को दहला देने वाली घटना में पुलिस की लापरवाही के चलते शिवराज सरकार की काफी किरकिरी हो रही थी. इसी वजह से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार सुबह एक उच्च-स्तरीय बैठक बुलाई थी.

इस बैठक के बाद मुख्यमंत्री के निर्देश पर मामले की जांच में लापरवाही बरतने पर तीन थाना प्रभारियों को सस्पेंड कर दिया गया. वही एक सीएसपी को भी मुख्यालय अटैच करने के आदेश जारी हुए है.

-सीएसपी एमपी नगर कुलवंत सिंह को पुलिस मुख्यालय अटैच किया गया.
-एमपी नगर थाना TI संजय सिंह बैस सस्पेंड
-हबीबगंज थाना TI रविन्द्र यादव सस्पेंड
-हबीबगंज GRP थाना TI मोहित सक्सेना सस्पेंड
-एमपी नगर थाने के सब इंस्पेक्टर टेकराम को कल किया था सस्पेंड
-हबीबगंज GRP थाने के सब इंस्पेक्टर उइके सस्पेंड
डीजीपी ऋषि कुमार शुक्ला ने गैंगरेप मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है. डीआईजी महिला अपराध सुधीर लाड़ इस जांच टीम का नेतृत्व करेंगे.