CPEC पर पाकिस्तान को झटका, चीन ने बताया बाहरी देश

नई दिल्ली। महत्वाकांक्षी योजना OBOR को लेकर भारत की चिंता पर चीन ने एक बार फिर से गंभीरता दिखाई है। योजना के अंतर्गत बन रहे चीन-पाकिस्तान इकनॉमिक कॉरिडोर परियोजना पर बीजिंग ने इस्लामाबाद को बाहरी देश बताया है। चीन की ओर से आए बयान में कहा गया कि परियोजना को किसी तीसरे या बाहरी देश द्वारा प्रभावित नहीं किया जाना चाहिए। बता दें कि चीन का यह बयान CPEC का अफगानिस्तान तक विस्तार करने के प्रस्ताव के बाद आया है। जिसमें CPEC को अफगानिस्तान तक विस्तार करने के लिए 50 अरब डॉलर के निवेश का जिक्र किया गया था। यह प्रोजेक्ट बलूचिस्तान प्रांत से होकर गुजरेगा।

आतंक विरोधी अभियान की मजबूती पर बल

बता दें कि तीनों देश चीन, अफगानिस्तान व पाकिस्तान के विदेशमंत्रियों की पहली बैठक में बीजिंग ने काबुल तक CPEC का विस्तार किए जाने की प्रस्ताव रखा था। बैठक के बाद जब चीनी विदेशमंत्री वांग यी से प्रोजेक्ट को लेकर नई दिल्ली की चिंताओं के सन्दर्भ में पूछा गया तो उन्होंने स्पष्ट कहा कि CPEC के विस्तार पर विचार किसी तीसरे देश को ध्यान में रखकर नहीं किया जा रहा है। बैठक में तीनों देशों ने आतंकवाद विरोधी अभियान को और अधिक मजबूत करने व आपसी सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया गया। इसके साथ ही किसी भी देश को आतंक के लिए अपनी जमीन इस्तेमाल न होने देने वाले मुद्दे को भी मजबूती से उठाया गया।

क्या है चीन पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर

चीन पाकिस्तान के साथ मिलकर चीन-पाकिस्तान आर्थिक कॉरिडोर (सीपीईसी) बनाने की तैयारी में जुटा है। इस प्रोजेक्ट की शुरूआत 2015 में हुई थी। इसके जरिए तीन हजार किलोमीटर के सड़क नेटवर्क के साथ-साथ रेलवे और पाइपलाइन लिंक भी पश्चिमी चीन से दक्षिणी पाकिस्तान को जोड़ेगा। यह प्रोजेक्ट बलूचिस्तान प्रांत से होकर गुजरेगा। इसके साथ-साथ गिलगिट-बल्टिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर का इलाका भी शामिल है। जो कि भारतीय चिंता का कारण है।