कांटों की शैय्या पर लेटकर मां की आराधना

बुरहानपुर। नवरात्रि पर मां की आराधना के कई रूप देखे जाते हैं। भक्त अपनी क्षमता के अनुसार 9 दिनों तक मां भगवती की तपस्या, आराधना करते हैं। भक्त दर्शन के लिए तो मां के दरबार पहुंचते ही हैं लेकिन मध्यप्रदेश के बुरहानपुर से 45 किलोमीटर दूर नेपानगर के ग्राम डवालीकला में एक भक्त ऐसी कठिन तपस्या कर रहा है कि लोग इस भक्त के दर्शन करने आ रहे हैं।
इस भक्त का नाम है राजेश। 25 वर्षीय राजेश नवरात्रि के दौरान कांटों की शैय्या पर लेटकर मां दुर्गा की उपासना कर रहा है। राजेश बेहद कठिन और पीड़ादायक तपस्या कर रहा है लेकिन उसके चेहरे पर इस कठिन तपस्या का जरा भी दर्द नजर नहीं आता। उसे देखकर ऐसा लगता है मानो मां भगवती ही उसे इस तपस्या के लिए शक्ति दे रही हैं।
राजेश केवल कांटों की शैय्या पर ही नहीं लेटा है बल्कि नवरात्र के पूरे 9 दिनों तक मौन व्रत धारण किए हुए है और इन 9 दिनों तक वह उपवास भी रख रहा है। राजेश दिन भर कांटो पर लेटा रहता है और पूरे 9 दिन उसके शरीर पर अखंड ज्योत जगमगाती रहती है।
इतनी कड़ी तपस्या आखिर क्यों
बताते हैं कि राजेश के सपने में देवी ने दर्शन देकर गांव और परिवार के दुख दूर करने के लिए नवरात्र के दौरान कांटों पर लेटकर मौन व्रत का उपवास रखने को कहा। इसके बाद से ही राजेश माता की ऐसी कठिन आराधना कर रहा है।
राजेश को कई लोग मां का सच्चा भक्त बताते हैं क्योंकि वह अपने लिए नहीं बल्कि पूरे गांव की सुख और समृद्धि के लिए कठोर तप कर रहा है। उसकी एक ही प्रार्थना है कि गांव पर मां की कृपा बनी रहे।
राजेश की इस अनूठी आराधना के बारे में सुनकर आसपास के इलाकों के गांव के लोग भी उसे देखने, उसके दर्शन करने आ रहे हैं।