चीन को भारी पड़ी अमेरिका से जंग, 30 साल के निचले स्तर पर GDP

चीन को आर्थिक मोर्चे पर अमेरिका से भिड़ंत का बड़ा नुकसान हुआ है. दरअसल, चीन की आर्थिक वृद्धि की रफ्तार बेहद सुस्त पड़ गई है. चीन के राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो (एनबीएस) द्वारा जारी आंकड़े के मुताबिक दूसरी तिमाही में देश की जीडीपी वृद्धि की रफ्तार 6.2 फीसदी रही. यह 30 साल का निचला स्तर है.
एनबीएस के प्रवक्ता माओ शेंगयोंग ने कहा, ”घरेलू एवं विदेशी मोर्चे पर अर्थव्यवस्था की स्थिति अब भी गंभीर बनी हुई है. वैश्विक अर्थव्यवस्था में नरमी आ रही है और बाह्य अस्थिरता एवं अनिश्चितताएं बढ़ रही हैं.” हालांकि, जीडीपी के ये आंकड़े पूरे साल के लिए सरकार के 6.0-6.5 फीसदी के लक्ष्य के अनुरूप हैं.
बाजार के जानकारों की मानें तो अमेरिका से ट्रेड वॉर और वैश्विक स्तर पर मांग में कमी की वजह से चीन की विकास दर में सुस्ती आई है. अर्थव्यवस्था की सुस्त रफ्तार की वजह से चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग अमेरिका के खिलाफ ताकत से लड़ने में मुश्किलों का सामना कर रहे हैं. बता दें कि अमेरिका की ओर से चीन पर लगातार आयात शुल्क बढ़ाया जा रहा है.
चीन के आयात-निर्यात के आंकड़े
इससे पहले चीन के आयात-निर्यात के आंकड़े जारी किए गए. इसके मुताबिक इस साल की पहली छमाही में चीन का कुल विदेशी व्यापार आयात और निर्यात मूल्य 146 खरब 70 अरब युआन रहा, जो पिछले वर्ष की इस अवधि से 3.9 फीसदी अधिक रहा. इसमें निर्यात मूल्य 79 खरब 50 अरब युआन रहा, जो 6.1 फीसदी अधिक है.
वहीं आयात की बात करें तो 67 खरब 20 अरब युआन का रहा, जो 1.4 फीसदी अधिक रहा. चीनी राजकीय कस्टम महाब्यूरो के प्रवक्ता के मुताबिक इस साल की पहली छमाही में चीन के विदेशी व्यापार की आयात और निर्यात स्थिति स्थिरता से आगे बढ़ रही है, विदेशी व्यापार के उच्च गुणवत्ता वाला विकास व्यवस्थित रूप से आगे बढ़ रहा है.