कूड़े से धन की चेतना जागृत करना जरूरी, छात्र करें नवाचार, सरकार करेगी सहयोग’

भोपाल। मुख्यमंत्री ने कहा कि, कूड़े से धन की चेतना जागृत करना जरूरी है। उन्होंने युवाओं का आव्हान करते हुए कहा कि, कूड़े से आजीविका के नवाचार करें। उनके प्रयासों में सरकार वित्तीय सहयोग भी करेगी। आवश्यकता होने पर पृथक फंड का गठन भी किया जायेगा।
राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के सभागार में आयोजित एक पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, जल्द ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी भोपाल के राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में आने वाले हैं। यहां पीएम छात्र-छात्राओं से रूबरू होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरी भी इच्छा है कि, हम युवा छात्रों के साथ बैठकर बातचीत करें और उनसे उनकी मन की बात जानू कि वह क्या चाहते हैं।
‘युवाओं को रोजगार देने पर सरकार का फोकस’
सीएम ने कहा कि युवाओं के पास कई तरह के विचार होते हैं, लेकिन वे साझा नहीं कर पाते हैं। मुख्यमंत्री ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि, आप लोग प्रौद्योगिकी के स्टूडेंट्स हैं और आप लोग सरकार को नए आइडिया दे सकते हैं यदि आपके पास भी कोई अच्छा नवाचार है जो की स्वच्छता को सफल बनाने में कारगर साबित हो सकता है, तो आप हमें जरुर बताएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस समय सरकार का केवल एक ही फोकस है, वह है मध्य प्रदेश में युवाओं को रोजगार देना।
‘शहरों में फैलती गंदगी चिंता का विषय’
उन्होंने कहा कि जिस तरह से शहरों में गंदगी फैल रही है, यह चिंता का विषय है और हमें इसके लिए अभी से प्रयास करने होंगे, ताकि हम धरती को स्वच्छ बना सकें। उन्होंने कहा कि हमें यह देखना होगा कि किस तरह से नई-नई चीजें कूड़े और कचरे से बनाई जा सकती हैं। इस तरह की चीजें बनाने में आप प्रयोग करें और आपको इस तरह के प्रयोग करने के लिए आपका मामा साथ देगा और इसी तरह से रोजगार निकलेंगे।
‘भोपाल और जबलपुर नगर निगम में उत्पादन शुरू’
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि हर वस्तु उपयोगी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छता के संकल्प को प्रदेश सरकार ने पूरी गंभीरता से क्रियान्वित किया है। कूड़े के बेहतर उपयोग के लिये 26 क्लस्टर बनाकर विद्युत उत्पादन का प्रयास किया गया है। भोपाल और जबलपुर नगर निगम में उत्पादन शुरू भी हो गया है।
‘376 नगरीय निकायों में बना सीवरेज सिस्टम’
उन्होंने कहा कि सभी 376 नगरीय निकायों में सीवरेज सिस्टम बनाया जा रहा है। सीएम ने कहा कि कचरे के उपयोग के लिये उद्यमिता को प्रोत्साहित किया जायेगा। युवा उद्यमी योजना में कूड़ा-प्रबंधन की परियोजना को वित्तीय सहयोग के लिये जरूरत होने पर राशि को रिजर्व भी किया जा सकता है। उन्होंने पुस्तक के लेखक के प्रयासों की सराहना की और समाज के लिये उपयोगी चिंतन के लिये साधुवाद दिया।
‘ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के लिये सभी स्तरों पर प्रयास’
महापौर आलोक शर्मा ने स्वच्छता कार्यक्रमों को क्रियान्वित करने में मध्य प्रदेश को देश का अग्रणी राज्य बताया। उन्होंने कहा कि भोपाल नगर निगम में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के लिये सभी स्तरों पर प्रयास किये गये हैं। सूखा और गीला कूड़ा अलग-अलग एकत्रित किया जा रहा है। भोपाल में सूखे कचरे से विद्युत और गीले कचरे से खाद बनाई जा रही है।